देहरादून। नि:शुल्क टेबलेट वितरण में हो रही अनावश्यक देरी की गाज शिक्षा निदेशक सीमा जौनसारी को ले डूबी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की दूसरी पारी का आगाज हो गया है। 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं को नि:शुल्क टेबलेट वितरण को लेकर शिक्षा विभाग की सुस्ती की गाज माध्यमिक शिक्षा निदेशक सीमा जौनसारी पर गिरी। सीमा जौनसारी को पद से हटाकर मुख्यमंत्री ने जता दिया है कि कार्य में लापरवाही अब कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मुुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नाराज होकर उन्हें उनके पद से हटाकर आरके कुंवर को दोबारा माध्यमिक शिक्षा निदेशक की जिम्मेदारी सौंप दी है। सीमा जौनसारी को कुंवर की जगह अकादमिक, प्रशिक्षण एवं शोध निदेशक के पद पर भेज दिया गया है। शिक्षा सचिव मीनाक्षी सुंदरम ने सोमवार को इस संबंध में आदेश जारी किए। आदेश में शिक्षा महानिदेशालय में अपर निदेशक के तौर पर कार्यरत रामकृष्ण उनियाल को माध्यमिक शिक्षा निदेशालय में अपर निदेशक का अतिरिक्त कार्यभार भी सौंपा गया है।
पिछली भाजपा सरकार ने 10वीं व 12वीं के छात्र-छात्राओं को नि:शुल्क टेबलेट देने के आदेश दिए थे। चूंकि उस समय आचार संहिता लग चुकी थी, इसलिए धनराशि छात्र-छात्राओं के खाते में सीधे बेनिफिट ट्रांसफर के माध्यम से डालने के आदेश दिए गए थे। कई जिलों में नि:शुल्क टेबलेट की धनराशि छात्र-छात्राओं के खाते में डालने के बजाय प्रधानाचार्यों के खातों में डाल दी गई। इस देरी से धामी काफी खफा थे।