देहरादून। बिजली, पेट्रोल, गैस के बाद अब सफर की बारी आ गयी है। महंगाई की चौतरफा मार झेल रही जनता हलाकान है। कीमतों के मामले में जहां पेट्रोल शतक के पार पहुंच चुका है, वहीं डीजल नर्वस नाइंटी पर पहुंच गया है। इसके अलावा रसोई गैस की कीमत पहले ही काम कर चुकी है और अब बिजली का करंट सहने को भी आमजन ने बेवश है। इन सबके अलावा अब वाहन पंजीकरण और फिटनेस में भी इजाफा होने जा रहा है। नया वित्त वर्ष जनमानस की जेब पर महंगाई का भारी डोज लेकर आ रहा है।
आठ गुना तक बढ़ेगा वाहन का पुन:पंजीकरण
महंगाई के मामले में बिजली, पेट्रोल, गैस के अलावा अब 15 साल से अधिक पुराने वाहनों का पुन:पंजीकरण अब महंगा हो गया है। कार के पंजीकरण के लिए अब 600 से बजाय 5000 रुपये देने होंगे। दुपहिया वाहनों के पंजीकरण पर पहले 300 लगते थे, अब 1000 रुपये चुकाइये। टैक्सी का फिटनस जो पहले 1000 में होता था उसके लिए अब 7000 रुपये लगेंगे।
लच्छीवाला टोल पर कार के 95 रुपये लगेंगे
देहरादून-हरिद्वार राजमार्ग पर पड़ने वाले टोल प्लाजा पर अब निजी कारचालकों को 85 रुपये के बजाय 95 रुपये टोल देना होगा, वहीं 24 घंटे के भीतर कार वापसी का टोल 125 से बढ़कर 145 हो गया है। दून में पंजीकृत व्यावसायिक वाहनों को पहले की तरह छूट मिलती रहेगी।
अभी रोडवेज का किराये बढ़ने के आसार नहीं
डीजल के मूल्य व टोल शुल्क में हई बढ़ोत्तरी के बावजूद अभी रोडवेज बसों का किराया नहीं बढ़ेगा। रोडवेज प्रबंधन के अनुसार रोडवेज का किराया पहले ही राउंडफिगर में चलता है। जैसे 27 की जगह 25 और 28 की जगह 30 रुपये किराया लिया जाता है। ऐसे में टोल का शुल्क बढ़ने से फिलहाल किराये में वृद्धि के आसार नहीं हैं।