देहरादून। निधि उनियाल स्थानांतरण प्रकरण से स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने मुख्यमंत्री को उनके आवास में जाकर अवगत कराया। दून मेडिकल कालेज चिकित्सालय की वरिष्ठ महिला चिकित्सक डा. निधि उनियाल के स्थानांतरण को मुख्यमंत्री धामी ने स्थगित करने के लिए तुरंत मुख्य सचिव को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस प्रकरण की जांच के लिए कमेटी बनाई जाए।
क्या था मामला
शिकायतकर्ता डा. निधि उनियाल राजकीय दून मेडिकल कालेज अस्पताल में वरिष्ठ फिजिशियन एवं एसोसिएट प्रोफेसर हैं। उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार को जब वह ओपीडी में अपने मरीजों की देखभाल कर रही थी, तो अस्पताल प्रशासन ने उन्हें स्वास्थ्य सचिव डा. पंकज पांडेय की पत्नी की तबीयत जांचने उनके घर जाने को कहा। मरीजों की भारी भीड़ देखते हुए डा. निधि उनियाल ने असमर्थता जताई, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने कहा कि वहां जाना जरूरी है। इस पर डा. निधि उनियाल अपने दो स्टाफ के साथ सचिव की पत्नी के घर पहुंची। ब्लड प्रेशर जांचने को निधि उनियाल ने अपने स्टाफ को गाड़ी से इंस्ट्रूमेंट लाने को भेजा। इस पर सचिव की पत्नी नाराज हो गईं। दोनों के बीच काफी बहस हुई। डा. निधि उनियाल इस पर आपत्ति जताते हुए स्टाफ के साथ अस्पताल लौट गईं।
अस्पताल प्रशासन ने जब निधि उनियाल से माफी मांगने को बोला, तो उन्होंने माफी मांगने से इनकार कर दिया। सूत्रों के अनुसार अस्पताल के कुछ अधिकारी सचिव की पत्नी से मिलने उनके घर पहुंचे, लेकिन नाराज सचिव की पत्नी ने उनसे मिलने से मना कर दिया। इसके बाद दोपहर करीब तीन बजे स्वास्थ्य सचिव की ओर से निधि उनियाल को एक आदेश थमाया गया, जिसमें उन्हें सोबन सिंह जीना राजकीय मेडिकल अल्मोड़ा से संबद्ध करने के लिए कहा गया। डा. निधि उनियाल ने इस आदेश को बहुत ही आपत्तिजनक मानते हुए कुछ देर बाद ही स्वास्थ्य सचिव को अपना इस्तीफा भेज दिया।