गोपेश्वर। चतुर्थ केदार रुद्रनाथ मंदिर में तोड़फोड़ का मामला प्रकाश में आया है। रुद्रनाथ मंदिर केदारनाथ वन प्रभाग के संरक्षित वन क्षेत्र में स्थित है। यहां अज्ञात लोगों ने मंदिर, पुजारी आवास व धर्मशालाओं के दरवाजे तोड़ दिए। सूचना मिलने के बाद केदानाथ वन प्रभाग के प्रभागीय अधिकारी ने जिला प्रशासन व पुलिस को सूचना दी।
वन विभाग की ओर से मिली जानकारी के अनुसार बीती 7 अप्रैल को विभाग का गश्ती दल चतुर्थ केदार रुद्रनाथ मंदिर में गश्त कर रहा था। इस दौरान उन्हें यहां मंदिर के दरवाजे क्षतिग्रस्त मिले। जिस पर उन्होंने अंदर जाकर देखा तो मंदिर के गर्भ के समाने लगी लोहे की शटर, पुजारी आवास और धर्मशाला के दरवाजे भी क्षतिग्रस्त किये गये हैं। जिसके बाद गश्ती दल ने वापस लौटकर संचार क्षेत्र में पहुंचने पर शुक्रवार देर शाम घटना की जानकारी विभागीय उच्चाधिकारियों को दी।
आज शनिवार को प्रभागीय वनाधिकारी इन्द्र सिंह नेगी ने घटना की सूचना जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के साथ ही मंदिर के पुजारी व मंदिर समिति को दी है। मामले पर चतुर्थ केदार रुद्रनाथ मंदिर के पुजारी हरीश भट्ट, व्यापार मंडल अध्यक्ष अंकोला पुरोहित, विकास जुगरान व विहिप के पवन राठौर ने वन विभाग, पुलिस व जिला प्रशासन से मामले का खुलासा करने की मांग की है।
‘रुद्रनाथ क्षेत्र में विभागीय कर्मचारियों को गश्त के दौरान रुद्रनाथ मंदिर में तोड़फोड़ की जानकारी मिली। जिसकी जानकारी जिला प्रशासन व पुलिस के साथ ही मंदिर समिति व पुजारियों को दी गई है। मंदिर में हुए नुकसान की जानकारी मंदिर समिति व पुजारियों के निरीक्षण के बाद लग सकेगी’ इंद्र सिंह नेगी, प्रभागीय वनाधिकारी, केदारनाथ वन प्रभाग, चमोली-गोपेश्वर
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