
देवघर। आसमान में जिंदगी और मौत के बीच जंग जारी है। त्रिकूट रोपवे में रात भर फंसे 48 पर्यटकों को सकुशल नीचे उतारने के लिए वायु सेना, आर्मी और स्थानीय युवकों ने रेस्क्यू ऑपरेशन तेज कर दिया है। रविवार की शाम हुए हादसे के करीब 20 घंटे बाद अबतक 16 लोगों को केबिन से सुरक्षित निकाल लिया गया है।
आईटीबीपी के मुताबिक, सोमवार को आठ लोगों को निकाला गया। वहीं रविवार को 11 लोगों को बचाया जा सका था। उनका कहना है कि शाम तक सभी लोगों को सुरक्षित निकाल लिया जाएगा। रोपवे हादसे में दो एमआई-17 हेलीकॉप्टरों को लगाया गया है। इस हादसे में अब तक एक महिला की मौत हो चुकी है, जबकि एक अन्य गंभीर रूप से घायल है। आसमान में फंसे लोगों को ड्रोन के माध्यम से खाना-पानी पहुंचाया जा रहा है। स्थानीय लोगों की मदद से भी रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। इस हादसे पर सरकार पूरी तरह से नजर बनाए हुए है। राहत एवं बचाव कार्यों को सरकार द्वारा लगातार निर्देश दिए जा रहे हैं।
18 ट्रालियां ऊपर फंसी
दरअसल, रविवार को रामनवमी की पूजा करने और घूमने के उद्देश्य से यहां सैंकड़ों पर्यटक पहुंचे थे। इस दौरान रोपवे की नीचे आ रही ट्राली ऊपर जा रही ट्राली से टकरा गई। हादसे के समय दो दर्जन ट्रालियां ऊपर थीं। करीब 18 ट्रालियां ऊपर ही फंसी हुई हैं, जिसमें 40 लोग सवार हैं। इनमें छोटे बच्चे व महिलाएं भी हैं।
ऑपरेशन में आ रही परेशानी
अधिकारियों ने बताया कि, लोगों को निकालने के लिए जैसे ही सेना ने हेलीकॉप्टर का सहारा लिया। पंखे की तेज हवा से ट्रालियां हिलने लगीं, इससे लोगों की जान पर बन आई। जिला कलेक्टर मंजूनाथ भैजंत्री ने बताया कि, फिलहाल रोपवे बंद है। ट्राली के डिस्पेलस होने से दुर्घटना घटी है। घायलों को अस्पताल भेजा गया है।