कैलाश गहतोड़ी ने सीएम धामी के लिए छोड़ी चंपावत सीट
देहरादून। कैलाश गहतोड़ी के गुरुवार को विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र देते ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के चंपावत से चुनाव लड़ने पर सस्पेंस खत्म हो गया है। कैलाश गहतोड़ी ने कहा कि मुख्यमंत्री उनके क्षेत्र से िवधायक होंगे तो पूरे चम्पावत का चहंुमुखी विकास का रास्ता खुलेगा।
अब सीएम कहां से चुनाव लड़ेंगे, इस पर से पर्दा उठ चुका है। विदित हो कि कैलाश गहतोड़ी ने ही सबसे पहले सीएम धामी के लिए सीट खाली करने की पेशकश की थी। उन्होंने कहा कि मुझे पद की कोई लालसा नहीं है। मैं चाहता हूं कि मेरे चम्पावत का पूरी तरह विकास हो। और इसी के लिए मैंने अपना पद त्याग किया है। उनके अलावा कुछ अन्य विधायकों ने भी अपनी सीट छोड़ने की पेशकश की थी। निर्दलीय समेत विपक्ष का एक विधायक भी उनकेलिए सीट छोड़ने को तैयार था। तमाम विकल्पों के मद्देनजर पुष्कर सिंह धामी ने चंपावत को ही चुना।
विधानसभा अध्यक्ष को सौंपा त्यागपत्र
उन्होंने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक समेत अन्य नेताओं की उपस्थिति में विधानसभा अध्यक्ष ऋतु भूषण खंडूड़ी को उनके आवास पर जाकर अपना त्यागपत्र सौंपा। इस दौरान कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास, सौरभ बहुगुणा के अलावा सचिव विधानसभा मुकेश सिंघल भी मौजूद रहे। हाल ही में दिल्ली प्रवास के दौरान सीएम ने अपने उपचुनाव के संबंध में केंद्रीय नेताओं से बातचीत की थी। सूत्रों के अनुसार केंद्रीय नेतृत्व ने उन्हें चम्पावत से उपचुनाव लड़ने को हरी झंडी देदी थी। इसके बाद पार्टी नेतृत्व सक्रिय हो गया था।
खटीमा से चुनाव हार गये थे पुष्कर सिंह धामी
विदित हो कि विधानसभा चुनाव में भाजपा ने दो-तिहारी बहुमत तो हासिल किया, लेकिन उनके खेवनहार धामी खटीमा से चुनाव हार गए थे। भाजपा नेतृत्व ने उन्हें दोबारा सीएम पद सौंपा। ऐसे में उन्हें छह माह के अंदर विधानसभा का बनना जरूरी हो गया था।