कोरोनाकाल में नियुक्त आउटसोर्स कर्मियों की सेवा अवधि छह माह बढ़ी
देहरादून। कोरोनाकाल में नियुक्त किए गए आउटसोर्स कर्मचारियों की सेवा अवधि और छह महीने बढ़ा दिया है। स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वर्चुअल संवाद के बाद यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कोरोनाकाल में उन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना कोरोना संक्रमित मरीजों की सेवा की थी।
कोरोना के समय में उपनल, पीआरडी व अन्य माध्यम से रखे गए आउटसोस्र कर्मी एक बार फिर सरकारी अस्पतालों व मेडिकल कालेजों में अपनी सेवा देंगे। 31 मार्च 2022 को अनुबंध खत्म होने के बाद इन आउटसोर्स कर्मचारियों को नौकरी से हटा दिया गया था। अब इन सेवाएं छह महीने के लिए और बढ़ाई जा रही हैं।
स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि बाद में इन कर्मचारियों के समायोजन पर कोई फैसला लिया जायेगा। सेवा से हटाए जाने के बाद से आउटसोर्स कर्मचारी पिछले एक माह से आंदोलन कर रहे हैं। उनका कहना था कि कोरोना संक्रमण के समय हमने अपनी जान की परवाह किए बगैर मरीजों की सेवा की और कोरोना संक्रमण कम होते ही सरकार ने बाहर का रास्ता दिखा दिया। अब उनके सामने रोजी-रोटी का संकट आ खड़ा हुआ है।
पिछले दिनों कर्मचारी सचिवालय, सीएम आवास भी कूच कर चुके हैं। सीएम आवास कूच के दौरान पुलिस के साथ हुई धक्का-मुक्की में कई कर्मचारी चोटिल भी हुए थे। वहीं इन कर्मचारियों के बाहर होने से तमाम स्वास्थ्य व्यवस्थाएं एकदम से चरमरा गयी थीं। इनके कारण सैंपलिंग, टीकाकरण सहित अन्य कई कार्य प्रभावित हुए थे।