चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अच्छी खबर
देहरादून। चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सरकार ने कोरोना जांच की बाध्यता समाप्त कर दी है। ज्ञात रहे कि प्रदेश में तीन मई से चारधाम यात्रा शुरू हो रही है। दो साल बाद यहां भारी संख्या में तीर्थयात्रियों के आने की संभावना जताई जा रही है। राज्य में बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए कोविड जांच को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई थी। इसे दूर करने के लिए मुख्यमंत्री के आदेश पर मुख्य सचिव ने शुक्रवार को अधिकारियों के साथ बैठक की थी।
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अब राज्य में बाहर आनेवाले यात्रियों के लिए कोविड जांच और वैक्सीनेशन प्रमाण पत्र की अनिवार्यता खत्म कर दी गयी है। मुख्यमंत्री धामी के आदेश पर मुख्य सचिव डा. एसएस संध ने इस संबंध में अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए हैं।
पोर्टल पर पंजीकरण अनिवार्य
मुख्य सचिव ने कहा कि चारधाम यात्रा पर आने वाले सभी यात्रियों के लिए पर्यटन विभाग के पोर्टल पर पंजीकरण कराना अनिवार्य है। बैठक में सचिव स्वास्थ्य राधिका झा, सचिव पर्यटन दिलीप जावलेकर, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार समेत संबंधित जिलों के डीएम व बदरीनाथ केदारनाथ समिति के अधिकारी भी मौजूद रहे।
6000 श्रद्धालु रुक सकते हैं केदारनाथ में
केदारनाथ धाम में यात्रियों का कम से कम दबाव रहे इसके लिए केदारनाथ में रात्रि के लिए छह हजार श्रद्धालुओं को ही ठहराया जाएगा। गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर जंगलचट्टी, भीमबली, छोटी लिनचोली, बड़ी लिनचोली में दो हजार श्रद्धालुओं को ठहराया जा सकेगा। 6 मई से शुरू हो रही बाबा केदार की यात्रा में इस बार श्रद्धालुओं के काफी पहुंचने की उम्मीद है।
धाम में यात्रियों का अधिक दबाव न रहे, इसके लिए सोनप्रयाग से ही पुख्ता व्यवस्था की जा रही है। यात्रा में आने वाला प्रत्येक यात्री यहां से अच्छा संदेश लेकर जाए इस प्राथमिकता के साथ व्यवस्थाएं की जा रही हैं। – मयूर दीक्षित, जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग