जयबदरी केदार के जयकारों के साथ चारधाम यात्रा का श्रीगणेश

देहरादून। जयबदरी केदार के जयघोष के साथ चारघाम यात्रा का श्रीगणेश हो गया। चारधाम यात्रा के प्रवेशमुख ऋषिकेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु सोमवार को यात्रा के लिए रवाना हुए। मुख्य अतिथि राज्यसभा नरेश बंसल, पालिकाध्यक्ष अनीता ममगाई व महामंडलेश्वर डा. स्वामी रामेश्वर दास महाराज ने बसों को हरी झंडी दिखाकर जयबदरी केदार के जयघोषण के साथ यात्रा का शुभारंभ किया।
कोरोना महामारी के चलते पिछले दो वर्ष बाद शुरु हुई चारधाम यात्रा को लेकर इस बार श्रद्धालुओं में भारी उत्साह देखा जा रहा है। महापौर अनीता ममगाईं ने कहा कि वर्षों से हमारी परंपरा अतिथि देवोभव: की परंपरा के साथ हम तीर्थयात्रियों का स्वागत करते हैं। हमारी कोशिश रहेगी कि चारधाम यात्रा पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं को बेहतर से बेहतर सुविधाएं प्रदान कर सकें।
6 मई को सुबह 6.25 बजे खुलेंगे बाबा केदारनाथ मंदिर के कपाट
ओंकारेश्वर मंदिर की परिक्रमा के बाद बाबा केदार की चल उत्सव विग्रह डोली ने धाम के लिए प्रस्थान किया। डोली पहले पड़ाव विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी पहुंचेगी। इसके बाद 3मई को नारायणकोटी, मैखंडा होते हुए दूसरे पड़ाव फाटा, 4मई को सीतापुर, सोनप्रयाग होते हुए गौरीकुंड में रात्रि विश्वाम होगा। 5मई को डोली गौरीकुंड से 17 किमी पैदल रास्ता तय कर धाम केदारनाथ पहुंचेगी। जहां 6मई को सुबह 6.25 बजे केदारनाथ मंदिर के कपाट खोले जाएंगे।
उधर, मां गंगा की डोली मुखबा (मुखीमठ) से रात्रि विश्राम के लिए भैंरोघाटी पहुंचेगी। इसके बाद अक्षयतृतीया के दिन 3 मई को डोली गंगोत्री धाम के लिए प्रस्थान करेगी। अक्षय तृतीया पर पूर्वाह्न 11.15 बजे धाम के कपाट ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिए जाएंगे। मां गंगा के शीतकालीनपड़ाव मुखबा स्थित गंगा मंदिर में सोमवार को मां गंगा चिणा, फाफरा, आलू, राजमा व रोट, स्वाले, चूरमा आदि से तैयार प्रसाद का भोग लगाने के बाद मां गंगा को धाम तक छोड़ने के लिए रवाना होंगे।