अब बिना पंजीकरण के चारधाम यात्रा कतई नहीं
देहरादून। अब बिना पंजीकरण के श्रद्धालु अब चारधाम यात्रा नहीं कर पाएंगे। इसके लिए पर्यटन विभाग ने रजिस्ट्रेशन पोर्टल पर भी धामों की वहन क्षमता के अनुसार प्रतिदिन पंजीकरण की व्यवस्था को लागू किया है। तय क्षमता के मुताबिक पंजीकरण फुल होने पर तीर्थयात्री अगली उपलब्ध तिथियों पर पंजीकरण करा सकेंगे।
चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं को लेकर डीआईजी गढ़वाल रेंज करन सिंह नगन्याल ने शनिवार को मुनिकीरेती में संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक टिहरी, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण देहरादून, क्षेत्राधिकारी ऋषिकेश, क्षेत्राधिकारी विकासनगर, यातायात व प्रभारी निरीक्षक ऋषिकेश व मुनिकी रेती को निर्देशित किया कि चारधाम यात्रा के लिए कोई भी यात्री बिना रजिस्ट्रेशन के यात्रा पर निर्धारित चेकिंग प्वाइंट से आगे नहीं जाए। साथ ही ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों को भी निर्देशित किया कि आदेशों को कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए। लेकिन इतना ध्यान रखें कि श्रद्धालुओं के साथ किसी भी प्रकार का दुर्व्यवहार न किया जाए।
पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि सरकार ने केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम की वहन क्षमता को देखते हुए दर्शन के लिए प्रतिदिन तीर्थयात्रियों की संख्या तय की है। अब बिना पंजीकरण के लिए सॉफ्टेवयर को तय क्षमता के अनुसार डिजाइन किया गया है।
पर्यटन विभाग पर वेबसाइट पर करें रजिस्ट्रेशन
तीर्थयात्रियों को अगली उपलब्ध तिथियों पर रजिस्ट्रेशन करने की सलाह दी जा रही है। उन्होंने कहा कि पंजीकरण करते समय तीर्थयात्री पंजीकरण की उपलब्धता को देखने के बाद ही अपनी यात्रा का प्लान बनाएं। चारधाम यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों को पर्यटन विभाग की वेबसाइट पर registrationandtouristcare.uk.gov.in पर पंजीकरण करना अनिवार्य है। बता दें कि सरकार ने केदारनाथ धाम में 13 हजार, बदरीनाथ धाम में 16 हजार, गंगोत्री में आठ हजार व यमुनोत्री धाम में पांच हजार श्रद्धालुओं की संख्या तय की है।