मर गई मां की ममता, तीसरी बेटी होने पर गाड़ आई जंगल में
पिथौरागढ़। मर गई मां की ममता। तीसरी बेटी पैदा होने पर निर्दयी मां ने उसे जंगल में फेंक दिया और अपने तीन बच्चों के साथ लापता हो गयी। मां की ममता तो उसी समय मर गई जब उसने जन्म लेते ही अपनी बेटी को जंगल में छोड़ दिया। बताया जा रहा है कि महिला के घर तीसरी बेटी ने जन्म लिया था। दूसरे दिन जब वह फिर जंगल में उसे देखने गयी तो बेटी की सांसें थम चुकी थीं।
बाल कल्याण समिति को पिथौरागढ़ के दौलीगाड़ गांव के पास के जंगलों में एक नवजात का शव पड़े होने की सूचना मिली। पुलिस ने जब मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि एक गर्भवती 10 से अपने तीन बच्चों (दो बेटी और एक बेटा) के साथ कहीं लापता है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
महिला के गंगोलीहाट में किराये के मकान में रहने की बात का पता चला है। महिला से पूछताछ पर महिला ने बताया कि छह मई को उसने गांव के जंगल में बच्ची को जन्म दिया था, लेकिन बेटे की चाहत में उसकी ममता मर गई थी।
कपड़े में लपेटकर बच्ची को रख दिया था
अगले दिन वह फिर बच्ची को देखने जंगल गयी तो तब तक बच्ची की सांसें थम चुकी थीं। फिर उसने कपड़े में लपेटकर बच्ची को गड्ढे में गाड़ दिया। पुलिस महिला को लेकर वहां पहुंची, लेकिन नवजात का शव नहीं मिला। थानाध्यक्ष प्रताप सिंह नेगी की तहरीर के आधार पर थाना पुलिस ने महिला के खिलाफ आईपीसी की धारा 315, 317, 201 के तहत मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने महिला को गिरफ्तार कर उसका चालान कर दिया है। बताया जारहा है कि महिला का पति चंडीगढ़ में नौकरी करता है। प्रेमा के तीनों बच्चे अब अपने पिता और दादी के साथ रह रहे हैं।