इकलौते बेटे को खोकर दर्द में डूबी मां ने गर्लफ्रेंड का किया कन्यादान
मेरठ। इकलौते बेटे को खोकर दर्द में डूबी मां ने बेटे की गर्लफ्रेंड का कन्यादान कर समाज के सामने एक नयी मिसाल कायम की है। इस कहानी का हर पहलू मार्मिक है, हर किरदान अनोखा है। इस कहानी में एक तरफ मां थी, जो बेटे की मौत के दर्द में डूबी हुई थी। मां जो न सिर्फ बच्चे को जन्म देती है, बल्कि लाड़-प्यार से पालती पोसती है, तो दूसरी तरफ कविता (बदला हुआ नाम) जिसने शैंकी के साथ जीने-मरने की कसमें खाईं, बल्कि उसे दिल-ओ-जान से चाहा भी, लेकिन अफसोस कि मोहब्बत परवान न चढ़ सकी। युवती के घरवालों ने उसके प्रेमी की निर्मम हत्या कर दी।
12 दिसंबर, 2018 को मेरठ में एक युवक की हत्या कर कार समेत जला दिया गया। जांच पड़ताल के बाद युवक की पहचान संजीव उर्फ शैंकी के रूप में हुई। हत्या के पीछे सामने आई एक ऐसी प्रेम कहानी, जिसकी सुखद शुरुआत हुई, लेकिन अंत एक भयानक। कविता के सपने शैंकी के साथ जलकर राख हो गए, तो मां की दुनिया ही लुट गई। कविता घरबार छोड़कर शैंकी की मां का दामन थाम लिया। मां दर्द के दलदल में फंसी थीं लेकिन उन्होंने कविता को इस दलदल से बाहर निकाल दिया।
यह कहानी फिल्मी नहीं, वास्तविक है। एक मां है जिसका फूल सा बेटा इज्जत की खातिर मार दिया जाता है, उसकी प्रेमिका को बेटी बनाकर कन्यादान किया। खुद दर्द के दलदल में धंस गईं लेकिन उसकी जिंदगी संवार गयी। इकलौते बेटे को खोने के बावजूद मां ने रिश्तेदारी में उसकी शादी कर उसके प्यार को नयी जिंदगी दी। उसे बेटी मानकर अपनी चौखट से विदा किया। वह सब किया जो एक मां का फर्ज होता है। मेरा बेटा तो चला गया। अब मेरे पास कुछ बचा नहीं। मैं नहीं चाहती कि कविता की जिंदगी भी दर्द में बीते। कहते-कहते उनकी आंखों से आंसू छलक आते हैं।