पौड़ी। पाबौ में आक्रोशित भीड़ के गुलदार द्वारा पिंजरे में जिंदा जलाकर मार डालने का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। पौड़ी के पाबौ के सपलोड़ी गांव में गुलदार कई दिनों से सक्रिय था। सप्ताह के अंदर गुलदार ने दो महिलाओं पर हमला किया था, जिनमें से एक की मौत हो चुकी है। डीएफओ बोले कि आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा। विभाग आरोपियों के खिलाफ वन्यजीव क्रूरता अधिनियम सहित अन्य धाराओं में कानूनी कार्रवाई करेगा।
बदजुबान से ऐसा बदला मानवीय नहीं
घटना सामने आने के बाद वन विभाग में हड़कंप मचा है। मंगलवार को पाबौ के सपलोड़ी गांव में गुलदार के पिंजरे में कैद होने की सूचना वनविभाग को मिली। टीम के गांव पहुंचने से पहले ही ग्रामीणों ने गुलदार को पिंजरे में आग के हवाले कर दिया। हालांकि अभी तक इसमें कोई कार्रवाई नहीं हुई है, लेकिन पूरे गांव के ऊपर वन्य जीव अधिनियम का खतरा मंडरा रहा है।
दरअसल, सपलोड़ी की सुषमा सहेली के साथ 15 मई को हरियालीसैण में काफल लेने गई थी। लौटते वक्त साढ़े छह बजे गुलदार ने सुषमा पर हमला कर दिया। जिससे उनकी मौत हो गई। इसकेबाद वनविभाग गश्त बढ़ाई और पिंजरा भी लगाया। गढ़वाल वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी मुकेश कुमार ने बताया कि गुलदार की उम्र करीब सात वर्ष थी। बताया कि गुलदार को आग के हवाले करने वाले कुछ ग्रामीणों की पहचान कर ली गई है।
थम नहीं रहा गुलदार का आतंक
पाबौ में गुलदार का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। पाबौ के कुलमोरी गांव की देवेश्वरी देवी (35) पत्नी प्रदीप नेगी जब आंगन में बर्तन धो रही थी तभी गुलदार ने हमला कर दिया। परिजनों के शोर मचाने पर गुलदार भागा। ग्रामीण देवेश्वरी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पाबौ ले गये। जहां उपचार के बाद उन्हें छुट्टी दे दी। कुलमोरी भी सपलोड़ी के पास ही है।