सेना में नई भर्ती के तहत अब केवल चार साल की होगी सर्विस!
नई दिल्ली। सेना में नई भर्ती की नीति लागू करने की तैयारी चल रही है। इस नई नीति के तहत भर्ती होने वाले जवानों का कार्यकाल छह महीने की ट्रेनिंग को जोड़कर कुल चार साल का हो सकता है। इस नई नीति के तहत भर्ती होने वाले जवानों को चार साल पूरा होने पर सेना छोड़ते समय कुछ लाख रुपये का एकमुश्त पैकेज दिया जा सकता है।
इस नई नीति के तहत भर्ती होने वाले जवानों का कार्यकाल कुल चार वर्ष का होगा। ये नई नीति अधिकारी से नीचे के पदों पर लागू होने वाली है। कुछ जवानों को चार साल पूरा करने के बाद दोबारा स्क्रीनिंग के जरिये नियमित करने की भी योजना है। ये नियम सेना के तीनों अंगों पर लागू होने जा रहा है।
सेना से जुड़े सूत्रों का कहना है कि अगस्त से लेकिन दिसंबर के बीच देश में अलग-अलग इलाकों में सेना भर्ती के लिए रैलियां आयोजित होंगी। इस बारे में क्षेत्रीय सैन्य कमानों को पत्र भेजा जा चुका है। बड़े स्तर पर होने वाली भर्तियों के लिए स्क्रीनिंग बोर्ड और मेडिकल अफसरों की तैनाती के आदेश दे दिए गये हैं। भर्ती की तैयारियों के साथ आवेदन प्रक्रिया का खाका भी बन गया है।
देश में कोरोना काल के शुरू से बंद है भर्ती
देश में कोरोना काल से पहले एक अप्रैल से 30 सितंबर और एक अक्तूबर से 31 मार्च के बीच भर्ती रैलियों का आयोजन किया जाता रहा है। महामारी शुरू होने के बाद इन रैलियों का आयोजन बंद कर दिया गया था। कोरोना की स्थिति में सुधार और देश में काम-काज सामान्य होने के बाद भी सेना में भर्ती नहीं होने को लेकर युवाओं में नाराजगी बढ़ रही थी। संसद में भी इसे लेकर सवाल उठ चुका है। नए सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाने की बात कही थी।