
देहरादून। पहाड़ों पर काम करने वाले चिकित्सकों को अब सरकार 50 फीसदी ज्यादा वेतन देने जा रही है। राज्य के दुर्गम और अति दुर्गम क्षेत्रों में जो भी सरकारी डाक्टर ड्यूटी करेंगे अब उनको सरकार 50 प्रतिशत ज्यादा तनख्वाह देगी। पहाड़ों में स्वास्थ्य सेवा को सुधारने के लिए सरकार ने ये फैसला किया है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सरकार प्रदेश में स्वास्थ्य सेवा में एक साल के भीतर सुधार करने जा रही है। क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट में संशोधन करने का प्रस्ताव है और जल्दी ही इसको कैबिनेट में पेश किया जायेगा। यह घोषणा स्वास्थ्य मंत्री ने शुक्रवार रात राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस के अवसर पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की ओर से आयोजित कार्यक्रम में की।
ओपीडी अब दो शिफ्ट में चलेगी
राजपुर रोड स्थित एक होटल में आयोजित कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश में जिन सरकारी अस्पताल में ज्यादा लोग इलाज कराने आते हैं, वहां दो शिफ्ट में ओपीडी चलाई जायेगी। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में हर साल लगभग दो लाख डिलीवरी हो रही हैं। हजारों मरीजों का हर दिन मुफ्त में उपचार और परीक्षण किया जा रहा है।
बाहर की दवा नहीं लिख पाएंगे डाक्टर
मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि सरकारी अस्पताल पेपरलेस होंगे और चिकित्सक बाहर की दवा नहीं लिख पाएंगे। निजी चिकित्सकों की सबसे बड़ी मांग क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट में संशोधन के लिए प्रस्ताव तैयार हो चुका है और जल्द ही इसे कैबिनेट के पटल पर लाया जायेगा।
आयुष्मान बिल का भुगतान एक हफ्ते में
आयुष्मान योजना के तहत इलाज कर रहे निजी अस्पतालों का भुगतान हफ्ते के अंदर कर दिया जायेगा। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अगले साल से सरकार चिकित्सक दिवस पर अच्छा काम करने वाले डाक्टरों को सम्मानित करेगी। इसके अलावा ब्लाक स्तर पर रोगी कल्याण समिति का आयोजन किया जायेगा, जिसका अध्यक्ष स्थानीय विधायक होगा।