बच्चे को जिंदा निगल गया मगरमच्छ, मां बोली पेट चीरकर निकालो मेरे लाल को

खटीमा। बच्चे को मगरमच्छ द्वारा जिंदा निगल जाने की घटना सामने आई है। यूपी से सटे ग्राम मेहरबाननगर निवासी मीना देवी पत्नी स्व. शोभा प्रसाद का 11 वर्षीय बेटा वीर सिंह भैंस चराने देवहा नदी किनारे गया था। जब भैंस नदी में घुसी तो उसे बाहर निकालने वीर सिंह नदी में कूद गया, तभी मगरमच्छ ने उसे जिंदा निगल दिया।
चीख-पुकार सुनकर घटनास्थल की तरफ दौड़े लोग
आसपास काम कर रहे लोगों ने जब चीख-पुकार सुनीं तो सभी घटनास्थल की तरफ दौड़े। घंटों मशक्कत के बाद सूचना पर पहुंचे गोताखोरों ने मगरमच्छ को जाल में फंसाकर बाहर निकाला।
पुलिस और ग्रामीणों के बीच घंटों होती रही बहस
सूचना पर पहुंचे खटीमा वन विभाग के प्रशिक्षु आईएफएस डी नायक, वन क्षेत्राधिकारी राजेंद्र सिंह मनराल व अन्य वन कर्मचारी भी मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों ने पानी से बाहर निकाले गये मगरमच्छ के पेट से बालक को बाहर निकालने की मांग शुरू कर दी। इसी बात को लेकर ग्रामीणों और पुलिस के बीच घंटों बहस होती रही। खटीमा कोतवाल नरेश चौहान ने लोगों से बातचीत कर मगरमच्छ का मेडिकल परीक्षण कराने का आश्वासन दिया, तब जाकर लोग शांत हुए।
मगरमच्छ को जाल में बांधकर खटीमा ले जाया गया
ग्रामीणों की सहायता से मगरमच्छ को जाल में बांधकर खटीमा ले जाया गया। घटना के बाद बालक वीर सिंह की मां मीना देवी का रो-रोकर बुरा हाल है। बालक के पिता की मौत काफी समय पहले हो चुकी है। मीना मजदूरी करके परिवार चलाती है। परिवार में वीर सिंह के अलावा उसका बड़ा भाई दीपांशु और दो बहनें सीमा और अंजलि हैं। घटना से गांव में शोक छाया हुआ है।