
देहरादून। और जब लगभग आधे घंटे तक भाजपा विधायक आसमान में लटकते रह गये तो उनके साथ मां सुरकंडा के दर्शन करने गये कुछ श्रद्धालुओं की भी सांसे अटक गयीं। रोपवे का एलाइनमेंट आउट होने की वजह से यह घटना घटित हुई, ऐसा बताया जा रहा है। लेकिन इस तरह की घटना से लोगों के मन में भय बैठ गया है।
तीन नंबर टावर पहुंचते ही रोपवे का चक्का रोप से बाहर
सिद्धपीठ माता सुरकंडा के दर्शन करने के बाद अपने कार्यकर्ताओं के साथ टिहरी विधायक किशोर उपाध्याय ट्राली से वापस आ रहे थे। रोपवे का चक्का स्लिप होने से लगभग आधे घंटे तक विधायक सहित अन्य सभी लोगों की सांसें हलक में अटकी रहीं। टेक्निकल टीम ने खामी को ठीक करके विधायक और अन्य लोग सकुशल उतरे। एसडीएम धनोल्टी लक्ष्मी राज चौहान ने ब्रिडकुल को रोपवे की तकनीकी जांच के लिए पत्र लिखा है। जांच होने तक रोपवे के संचालन पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गयी है। कंपनी के सुपरवाइजर नरेश बिजल्वाण का कहना है कि कंपनी ने इस माल 18 जुलाई से शटडाउन का निर्णय लिया था, लेकिन उससे पहले ही यह घटना हो गयी।
दो माह में ही तकनीकी खराबी से उठ रहे सवाल
सुरकंडा देवी मंदिर जाने के लिए श्रद्धालुओं को करीब डेढ़ किमी चढ़ाई चढ़नी पड़ती थी, जिस कारण बुजुर्ग, दिव्यांग और शारीरिक दृष्टि से कमजोर भक्त माता के दर्शनों से वंचित रह जाते थे। सरकार ने 25 करोड़ रुपये खर्च करके रोपवे बनाया था। एक मई को सीएम पुष्कर सिंह धामी ने इस रोपवे का लोकार्पण किया था। राज्य बनने के बाद यह सरकार का सबसे बड़ा रोपवे प्रोजेक्ट है।
सुरकंडा देवी मंदिर समितिके निवर्तमान अध्यक्ष जितेंद्र सिंह नेगी का कहना है कि यह गंभीर घटना है। इससे लोगों में भय का माहौल बनता है। रोपवे कंपनी को चाहिए कि इसकी तकनीकी जांच समय-समय पर करते रहें।