जान हथेली पर रखकर टूटे तारों पर लटककर नदी पार कर रहे लोग

उत्तरकाशी। जान हथेली पर रखकर टूटे तारों के सहारे लोग नदी पार करने को मजबूर हैं। 2019 में उत्तरकाशी के पुरोला में मोरी के बंगाण क्षेत्र में आई आपदा में सड़कें और पुल ध्वस्त हो गये थे, तब से आज तक इन पुलों का निर्माण नहीं हो पाया है।
2019 की आपदा में बंगाल क्षेत्र में भारी नुकसान हुआ था। कई पुल और पैदल रास्ते इस आपदा में बह गये थे। हालांकि प्रशासन ने वैकल्पिक इंतजाम किए थे। यहां के लोगों के प्रशासन ने नदी पार करने के लिए ट्राली लगाई थी, लेकिन यह कामयाब नहीं हो पायी, क्योंकि ट्राली इतनी भारी है कि उसे खींचने के लिए ही चार-पांच लोगों की जरूरत होती है। अब मजबूरी में जान हथेली पर रखकर यहां रहने वाले लोग टूटे पुल के तारों पर चढ़कर नदी पार करते हैं।
बरसात में खड्ड के उफान पर होने के कारण वहां दुचाणू किराणू क्षेत्र के लोगों की आवाजाही बंद हो गयी है। ऐसे में काश्तकार लोग अपनी फसलों को मंडियों तक नहीं पहुंचा पाते हैं, जबकि पूरे बंगाण क्षेत्र में सबसे अधिक सेब का उत्पादन होता है।
आपदा के बाद काफी हद तक व्यवस्थाओं में सुधार हुआ है। वर्तमान समय में भी भारी बारिश के चलते आपदा का माहौल है। व्यवस्थाओं में सुधार के लिए सरकार व प्रशासन तैयार है।
-दुर्गेश्वर लाल, विधायक, पुरोला