
वृंदावन (मथुरा)। बांके बिहारी मंदिर में आरती के दौरान हुए हादसे में दो लोगों के कुचलने से मौत हो गयी, जबकि की लोग घायल हुए हैं। आरती के दौरान भीड़ जबर्दस्त बढ़ गयी थी, इसलिए हादसा घटित हुआ।
ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में मंगला आरती साल में केवल एक बार और वो भी जन्माष्टमी के दिन ही होती है। इसीलिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु मंदिर में उमड़ पड़े थे। एक नंबर गेट पर भीड़ के दबाव के कारण चार साधु बेहोश होकर गिर गये, िजस कारण मंदिर में अफरा-तफरी मच गयी। किसी तरह बेहोश श्रद्धालुओं को मंदिर से बाहर निकाला गया। हादसे के वक्त मंदिर में डीएम, एसएसपी, नगर आयुक्त समेत कई बड़े आलाधिकारी भी मौजूद थे, फिर भी भीड़ को काबू करने में नाकाम रहे।
मंगला आरती को एक लाख श्रद्धालु पहुंचे थे वृंदावन
बताया जाता है कि बांके बिहारी मंदिर में मंगला आरती के दौरान क्षमता से कई गुना भीड़ थी। एक अनुमान के मुताबिक मंगला आरती के लिए करीब एक लाख से अधिक श्रद्धालु मंदिर पहुंचे थे। मंदिर परिसर में पैर रखने तक की जगह नहीं थी।
हादसे में नोएडा सेक्टर 99 निवासी निर्मला देवी पत्नी देव प्रकाश और रुक्मणी विहार कालोनी वृंदावन निवासी और मूल निवासी जबलपुर के राम प्रसाद विश्वकर्मा की मौत हो गयी।
परिजन बिना पोस्टमार्टम के ले गये शव
घटना के बाद अस्पताल पहुंचे परिजन बिना पोस्टमार्टम किए ही शवों को उठा ले गये। एसएसपी ने बताया कि दम घुटने के कारण यह हादसा हुआ है। स्थिति अब पूरी तरह नियंत्रण में है। काफी श्रद्धालुओं को मंदिर से बाहर आकर हवा मिलने से राहत मिली।
हादसे में घायल श्रद्धालुओं के नाम
घनश्याम पुत्र छोटे सूरजनगर पनकी, कानपुर, राजकुमार पुत्र दीपक निवासी मोहन गार्डन, उत्तम नगर, दिल्ली, राजेंद्र सिंह पुत्र अमर सिंह निवासी कोसीकलां, मथुरा, सरोज पत्नी रामप्रसाद निवासी वृंदावन, रुक्मणी विहार, मनीता निवासी फरीदाबाद, हरियाणा, शीतल निवासी देहरादून, रेनी देवी निवासी कोलकाता हैं। घायलों को वृंदावन के राम कृष्ण मिशन, ब्रज हेल्थ केयर और सौ शैया अस्पताल भेजा गया है।
सीएम ने जताया दुख
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में दो श्रद्धालुओं की मृत्यु पर दुख जताया है। उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों को उचित इलाज मुहैया कराने के निर्देश दिये हैं।