नीलकंठ महादेव कांवड़ मेला शुरू, कांवड़ियों की वेशभूषा में तैनात रहेंगे पुलिसकर्मी

हरिद्वार। नीलकंठ महादेव कांवड़ मेला शुरू हो गया है। इस बार हरिद्वार में कांवड़ियों की वेशभूषा में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। प्रदेश के सभी जिलों से पुलिस बल, पीएसी और अर्द्धसैनिक बलों का हरिद्वार में जमावड़ा लग चुका है। हरकी पैड़ी से लेकर कांवड़ रूप पर चप्पे-चप्पे पर पुलिस और सीसीटीवी कैमरों से नजर रखी जा रही है।
यमकेश्वर के कांवड़ मेला क्षेत्र के सोमवार और शनिवार को रहेंगे बंद
कोरोना काल के कारण दो साल बाद नीलकंठ महादेव कांवड़ यात्रा आज से शुरू हो रही है। इसी कारण नीलकंठ कांवड़ मेले को देखते हुए पौड़ी जिले के यमकेश्वर ब्लाक में कांवड़ यात्रा मार्ग पर पड़ने वाले शिक्षण संस्थाओं और आंगनबाड़ी केंद्रों को हर शनिवार, सोमवार को बंद रखा जाएगा। ये संस्थाएं 24 से 26 जुलाई तक भी बंद रहेंगी। डीएम विजय कुमार जोगदंडे ने कहा कि इस बार बड़ी संख्या में कांवड़ियों की आने की उम्मीद को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
यात्रा मार्ग पर पूरी व्यवस्था चाक-चौबंद: डीएम
डीएम ने बताया कि कांवड़ यात्रा के दौरान चिकित्सा विभाग की ओर से नीलकंठ मंदिर के नजदीक काली कमली धर्मशाला में पुंडरासू गंदला पानी, मौनी बाबा आश्रम, बागखाल के पास, गरुड़चट्टी और लक्ष्मणझूला के पास सात स्थानों पर चिकित्सा शिविर लगाए गए हैं। सूचना के त्वरित आदान-प्रदान करने को सेटेलाइट फोन एसडीएम और तहसील में उपलब्ध कराया गया है। डीएम ने कहा कि कांवड़ यात्रा पर पौड़ी में बनाए गए कंट्रोल रूम से श्रद्धालुओं पर उनकी पूरी नजर रहेगी।
इस बार खास रहेगी कांवड़ यात्रा
इस बार खासकर हरिद्वार और आसपास के व्यापारियों के कांवड़ यात्रा किसी संजीवनी से कम नहीं होगी, क्योंकि पिछले दो सालों से कोविड के कारण कांवड़ यात्रा नहीं हुई थी। इस बार करोड़ों की संख्या में कांवड़ियों के हरिद्वार पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है। हरिद्वार के डीएम विनय शंकर पांडेय हर व्यवस्था को दुरुस्त करने में जुटे हैं।