आजाद हुए बाहुबली अतीक के बेटे अहजम और आबान, संभालेंगे माफिया का ‘साम्राज्य’?

प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के माफिया अतीक के दो बेटों अहजम, आबान को प्रयागराज के बाल सुधार गृह से रिहा कर दिया गया है। उन दोनों को अतीक की बहन शाहीन परवीन को सौंपा गया है। अभी माफिया के दो बेटे जेल में बंद हैं। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या अहजम और आबान अपने पिता के साम्राज्य को संभालेंगे।
माफिया अतीक अहमद के चौथे और पांचवें नबंर के बेटों को बाल सुधार गृह से उनकी बुआ परवीन अहमद के हवाले कर दिया गया। इसकी जानकारी मिलने पर राजरूपपुर के बाल सुधार गृह के बाहर कई रिश्तेदार भी पहुंच गए। बाल सुधार गृह के संचालक का कहना है कि अतीक के चौथे बेटे अहजम और उसके नाबालिग भाई को उनकी बुआ साथ लेकर गई हैं।
बाल कल्याण समिति ने दिया आदेश
सुनवाई से पहले सोमवार को बाल कल्याण समिति के आदेश पर माफिया के दोनों बेटों को उनकी बुआ के सुपुर्द कर दिया गया। अतीक का चौथे नंबर का बेटा अहजम 5 अक्टूबर को 18 साल की उम्र पार कर चुका है। उसके साथ ही उसके नाबालिग छोटे भाई को भी बाल सुधार गृह से बुआ के सुपुर्द कर दिया गया। शाहीन परवीन की देखरेख में अहजम और आबान रहेंगे। अतीक के दो बड़े बेटे मोहम्मद उमर और अली यूपी की अलग-अलग जेलों में बंद हैं। उसका एक बेटा मोहम्मद असद यूपी पुलिस के एनकाउंटर में पहले ही मारा जा चुका है जबकि उनकी मां शाइस्ता परवीन लंबे समय से फरार चल रही है। https://www.facebook.com/Sarthak_Pahal-101257265694407/
ऐसे में अब सवाल ये उठ रहा है कि क्या अहजम और आबान अपने पिता अतीक अहमद के माफिया साम्राज्य को संभालेंगे? वैसे भी पिता की विरासत बेटे को ही मिलती है। यदि अतीक के परिवार में बचे हुए लोगों की बात करें तो अहजम और आबान ही मौजूद हैं। इसी साल 15 अप्रैल को अतीक और उसके भाई अशरफ के मारे जाने के बाद से ही उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन फरार चल रही है। कहा जा रहा है कि वो माफिया के दाहिने हाथ कहे जाने वाले गुड्डू मुस्लिम के साथ नेपाल भाग चुकी है।
गैंगस्टर अतीक अहमद के नक्शे कदम पर हैं बेटे
अतीक अहमद के पांच बेटों में पहला उमर, दूसरा अली, तीसरा असद, चौथा अहजम और पांचवा आबान अपने पिता के नक्शे कदम पर ही चलते रहे हैं। जमीन कब्जाने से लेकर गुंडागर्दी तक, पांचों हर कदम अपने पिता के पदचिह्नों पर बढ़ते रहे हैं। अतीक के दूसरे नंबर के बेटे अली ने एक बार अपने भाषण में कहा था कि कहते हैं मछली के बच्चे को पानी में तैरना नहीं सिखाया जाता। वही खून मेरी रगों में भी है। वही हौसला वही ताकत मुझ में भी है।