यात्रीगण कृपया ध्यान दें, बुजुर्गों का रेलटिकट आरक्षण खत्म, नेताओं को मिलता रहेगा

नई दिल्ली। यात्रीगण कृपया ध्यान दें, बुजुर्गों को रेल टिकट में आरक्षण का कोटा अब नहीं मिलेगा। सरकार ने बुधवार को कहा कि वरिष्ठ नागरिकों और खिलाड़ियों को दी जाने वाली रेल टिकटों पर रियायतों को बहाल करने पर रेल मंत्री ने अंगूठा दिखा दिया है। इस बात से बुजुर्ग काफी आहत हैं। उन्हें उम्मीद थी लाकडाउन से पहले की तरह बुजुर्गों को रेल टिकट में आरक्षण मिलता रहेगा।
क्या बोले मंत्री साहब
मंत्री का तर्क था कि रेलवे पहले से ही यात्री सेवाओं के लिए कम किराया स्ट्रक्चर के कारण वरिष्ठ नागरिकों सहित सभी यात्रयों के लिए औसत यात्रा लागत का 50 फीसदी से ज्यादा वहन कर रहा है। इसके अलावा कोविड की वजह से पिछले दो साल से यात्रियों से कमाई 2019-2020 की तुलना में कम है। उन्होंने कहा, ‘इनका रेलवे के वित्तीय स्वास्थ्य पर लंबे समय तक असर पड़ता है। रियायतें रेलवे पर भारी पड़ रही है, इसलिए वरिष्ठ नागरिकों के लिए रियायतों का दायरा बढ़ाने की अब कोई इच्छा नहीं है।’
पहले मिलती थी वरिष्ठ नागरिकों को छूट
दरअसल कोविड महामारी से पहले वरिष्ठ नागरिकों को रेलवे किराये में छूट देता था। इसमें महिलाओं को 50फीसदी और पुरुषों को 40 फीसदी छूट मिलती थी। ये छूट 58 वर्ष महिलाओं तथा 60 साल के पुरुषों के लिए थी। 2020 के बाद ये छूट समाप्त कर दी गयी है। इसके अलावा सरकार अब इस छूट को दोबारा जारी रखने के मूड में भी नहीं है।
सांसदों को मिलती रहेगी छूट
जहां एक तरफ वरिष्ठ नागरिकों को रेल किराये में छूट से सरकार ने इनकार कर दिया है, वहीं संसद सदस्यों को ट्रेन में सब्सिडी जारी रहेगी। नियमानुसार सांसद रेलवे के Ist AC या एग्जीक्यूटिव क्लास का मुफ्त इस्तेमाल करने का हकदार है, तथा उनके जीवनसाथी भी कुछ शर्तों के तहत मुफ्त यात्रा का लाभ उठा सकते हैं।