अब कांवड़ियों पर फूल बरसाने को लेकर भड़के ओवैसी

नई दिल्ली। अब कांवड़ियों पर फूल बरसाने को लेकर एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बुधवार को आपत्ति जताई। उनका कहना था एक से नफरत और दूसरों से मोहब्बत क्यों? एक मजहब के लिए ट्रैफिक डाइवर्ट कर दिया जाता है तो दूसरे के लिए बुलडोजर चलाया जाता है, क्यों?
असदुद्दीन ओवैसी ने बुधवार को कांवड़ियों पर फूल पलसो को लेकर ट्वीट कर कहा कि अगर कांवड़ियों पर आप फूल बरसा रहे हैं तो कम से कम हमारे घरों को तो मत तोड़िये। असल में यूपी समेत कई राज्यों में कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़ियों पर जगह-जगह फूल बरसाये गये। इतना ही नहीं, बल्कि शासन-प्रशासन की ओर से भी इसके लिए खास बंदोबस्त किये गये थे। इसी पर ओवैसी ने निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि यह भेदभाव क्यों हो रहा है?
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘अगर कोई मुस्लिम कुछ मिनट ही खुली जगह पर नमाज पढ़ता है तो तुरंत विवाद हो जाता है। मुस्लिमों को गोलियों, हिरासत, एनएसए, यूएपीए, लिंचिंग, घरों पर बुलडोजर चलने जैसी कार्रवाई का सामना करना पड़ता है।’
एक से नफरत, दूसरे से मोहब्बत क्यों?
ओवैसी ने आगे कहा, ‘पुलिसकर्मियों को कांवड़ियों पर फूल बरसाते हुए और उनके पैरों पर लोशन लगाते हुए देखा जा सकता है। यूपी सरकार ने कांवड़ यात्रा के रास्तों पर गोश्त पर पाबंदी लगा दी। उन्होंने कहा कि ये असामनता नहीं होनी चाहिए? एक मजहब के लिए ट्रैफिक डाइवर्ट कर दिया जाता है और दूसरे के लिए बुलडोजर क्यों?
दो बच्चों की नीति का किया विरोध
ओवैसी ने कहा कि अगर केंद्र दो बच्चों की नीति या नियम बनाती है तो वह ऐसे किसी कानून का समर्थन नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि चीन ने यह गलती की थी, लेकिन भारत को यह गलती नहीं करनी चाहिए। बोले, मैं इसका (दो बच्चों की नीति) समर्थन नहीं करूंगा, भारत के हित में नहीं है। उन्होंने कहा कि देश में प्रजनन दर घट रही है। 2030 तक देश की जनसंख्या स्थिर हो जाएगी।