दुगड्डा ब्लाक के गोदी बड़ी गांव में पिंजरे में फंसा गुलदार

कोटद्वार। दुगड्डा ब्लाक के गोदी बड़ी में महिला को निवाला बनाने वाला गुलदार बुधवार रात को पिंजरे में फंस गया। बुधवार सुबह वन विभाग ने ग्रामीणों की मांग के अनुरूप शिकारी के अलावा पशु चिकित्सक की भी तैनाती गांव में कर दी थी।
घटना के बाद गांव में दहशत का माहौल
पिछले मंगलवार को दुगड्डा ब्लाक के गोदी बड़ी निवासी रीना देवी को गुलदार ने उस समय निवाला बना लिया था, जब वह अपने पुत्र को राइंका दुगड्डा छोड़कर वापस अपने घर लौट रही थी। घटना से बाद से ग्रामीण दहशत में सहमें हुए थे।
ग्रामीणों ने किया था राष्ट्रीय राजमार्ग जाम
ग्रामीणों ने गुलदार को आदमखोर घोषित करने की मांग को लेकर राष्ट्रीय राज्मार्ग पर जाम भी लगाया था। घटना के बाद लैंसडाउन वन प्रभाग की ओर से घटनास्थल के पास दो पिंजरे लगा दिये गये थे। इसके अलावा ट्रैप कैमरे भी लगाये गये थे, लेकिन गुलदार पिंजरे में नहीं फंसा था।
इस बीच 24 जुलाई को गुलदार ने महिलाओं पर फिर झपट्टा मारने की कोशिश की थी, जिसके बाद से ग्रामीणों की ओर से गांव में शिकारी तैनाती कर गुलदार को मारने की मांग तेजी से उठ रही थी। अभी मंगलवार को कृषि मंडी समिति के अध्यक्ष सुमन कोटनाला ने मुख्य वन प्रतिपालक से वार्ता कर पूरी स्थिति से अवगत करवाकर गुलदार को आदमखोर घोषित करने की मांग की। विभाग ने मंगलवार शाम को गुलदार आदमखोर घोषित कर दिया था।
गुलदार बुधवार रात को फंसा पिंजरे में
प्रभागीय वनाधिकारी दिनकर तिवारी ने बताया कि गुलदार के आदमखोर घोषित होने के बाद गांव में मुरादाबाद निवासी राजीव सोलूमन को बतौर शूटर तैनात किया गया था। बुधवार रात 10 बजे के लगभग एक गुलदार वन विभाग द्वारा लगाए गए एक पिंजरे में फंस गया। अधिकारियों ने बताया कि गुलदार को जल्द ही रेस्क्यू सेंटर भेजा जाएगा।