राममंदिर के गर्भगृह का 20 फीसदी कार्य पूरा, जल्द होंगे रामलला के दर्शन
अयोध्या। राममंदिर के गर्भगृह का 20 फीसदी काम पूरा हो चुका है। पांच फीट ऊंची महापीठ तैयार हो चुकी है। जल्द ही मंदिर के स्तंभों का जोड़ने का काम भी शुरू होगा। राम मंदिर तीन तल का होगा। प्रथम तल का निर्माण पूरा होते ही रामलला को विराजित कर दर्शन करा दिया जायेगा।
5 अगस्त 2020 को हुआ मंदिर का भूमि पूजन
राममंदिर निर्माण के पांच अगस्त 2020 को हुए भूमि पूजन की दूसरी वर्षगांठ पर शुक्रवार को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने मंदिर निर्माण की प्रगति के बारे में बताया कि मंदिर निर्माण में 500 मजदूर दिन-रात लगे हैं। ट्रस्ट के सदस्य डा. अनिल मिशअर का कहना है कि प्लिंथ सितंबर के मध्य तक तैयार हो जायेगी।
तीन तल का होगा मंदिर, हर तल की ऊंचाई 20 फीट होगी
31 फीट ऊंची प्लिंथ में ग्रेनाइट के 17 हजार पत्थर लगने हैं, जिनमें से 13,500 पत्थर लग चुके हैं। गर्भगृह का प्रदक्षिणा मार्ग लगभग तैयार हो चुका है। उन्होंने कहा कि मंदिर तीन तल का होगा, जिसके प्रत्येक तल की ऊंचाई 20 फीट की होगी। गर्भगृह का निर्माण कार्य पूरा होते ही रामलला को विराजित कर दर्शन करा दिया जायेगा। दूसरे व तीसरे तल का काम चलता रहेगा। दूसरे तल में राम दरबार होगा, तीसरे तल पर अभी मंथन चल रहा है।
हजारों लोग एक साथ कर सकेंगे परिक्रमा
डा. अनिल का कहना है कि भीड़ को नियंत्रण करने के लिए भी प्यान बनाए जा रहे हैं। ऐसी योजना बन रही है कि यदि एक दिन में डेढ़-दो लाख भक्त भी रामलला के दर्शन करने को पहुंचे तो कोई दिक्कत न हो। मंदिर का परिक्रमा पथ 60 फीट चौड़ा होगा, जिसमें एक साथ हजारों लोग परिक्रमा कर सकेंगे।
मंदिर को प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षि रखने के लिए बन रही रिटेनिंग वाल की भी एक लेयर पूरी हो चुकी है। मंदिर को भूकंप, बाढ़ आदि से सुरक्षित रखने के लिए सुरक्षा दीवार बनाई जा रही है।