सेवानिवृत्ति के बाद अग्निवीरों को सरकारी विभागों में मिलेगी प्राथमिकता

कोटद्वार। सेवानिवृत्ति के चार साल बाद अग्निवीरों को राज्य सरकार रोजगार उपलब्ध करायेगी। यह घोषणा कल कोटद्वार में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अग्निपथ योजना का शुभारंभ करते हुए कही।
सीएम धामी और विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने मशाल जलाकर अग्निपथ योजना का शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री ने सीडीएस स्व. बिपिन रात को श्रद्धांजलि अर्पित की। माडर्न मांटेसरी स्कूल में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड की पहचान वीरभूमि के रूप में है। इस अवसर पर क्षेत्रीय जनता खासकर युवाओं ने भारतमाता की जय के नारे लगाकर अग्निपथ योजना का स्वागत किया।
अग्निपथ योजना युवाओं के लिए लाभकारी
मुख्यमंत्री ने कहा कि अग्निपथ योजना के तहत सेना में सेवा देने वाले युवाओं के सर्वांगीण विकास व उन्हें रोजगार देने के अवसर प्रदान करने के राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। उन्हें पुलिस, आपदा प्रबंधन, चार धाम यात्रा प्रबंधन, अग्निशमन आदि क्षेत्रों में प्राथमिकता के आधार पर चुना जायेगा। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी, मंत्री गणेश गोदियाल ने भी अपने विचार व्यक्त किए। मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि अग्निपथ योजना भारत की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए क्रांतिकारी कदम है। इस पथ पर चलकर प्रदेश के युवाओं को भविष्य संवारने के अनेक मार्ग मिलेंगे।
शहीदों के परिजनों और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सम्मानित
इस दौरान शहीदों के परिजनों और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को सम्मानित किया गया। सीएम ने देशभक्ति की धुन के बीच कुंभीचौड़ निवासी शहीद हवलदार नरेंद्र सिंह की मां बचूली देवी, 17 गढ़वाल राइफल के शिवराजपुर निवासी शहीद हवलदार मदन सिंह की पत्नी जीना देवी, 15 गढ़वाल राइफल के शिवपुर निवासी राइफलमैन मनदीप सिंह की मां सुमन देवी, नायब सूबेदार प्रेम सिंह बिष्ट की पत्नी सावित्री देवी, घमंडपुर निवासी भरोसे लाल की पत्नी सावित्री देवी और लालपानी निवासी राइफलमैन रणवीर सिंह के पिता प्रेमसिंह को सम्मानित किया।