पहाड़ी संस्कृति का मजाक उड़ाता गढ़वाली फिल्म ‘ठुमका’ का ये गीत

देहरादून। पहाड़ी संस्कृति एवं धरोहर का मजाक उड़ाता एक गढ़वाली गीत यूट्यूब पर रिलीज किया गया है, जिसको लेकर प्रदेशभर में आक्रोश पनपने लगा है।
उत्तराखंड की शांत वादियों में ठुमका नाम से रिलीज यह गीत नशा, अश्लीलता और अपराध को बढ़ावा देने के सिवाय और कुछ नहीं। भोजपुरी पृष्ठभूमि पर फिल्माए गए इस फूहड़ गढ़वाली गीत की शुरुआत ही अश्लीलता भरे अंदाज में अभिनेत्रियों के कूल्हे मटकाने और अभिनेताओं के भांग और बियर पीने से हो रही है।
गीत में नायक द्वारा नायिका का पैर छूना, चारपाई में कामुकता भरे अंदाज में लेटना दिखाकर पहाड़ी संस्कृति का मजाक उड़ाया जा रहा है। गीत के एक दृश्य में अभिनेत्री सिर के ऊपर बीयर की बोतल खाली कर रही है और तमंचे के साथ नायिका के आपत्तिजनक सीन दर्शाये गये हैं।
इस विवादित गीत के नायक प्रशांत गगोडिया और नायिका नताशा शाह हैं। अश्लीलता से भरे इस गीत को सतीश आर्य ने कोिरयोग्राफी की है और इस फूहड़ गीत के निर्माता लक्ष्मण नेगी और निर्देशक महेश पाल हैं। गीत को लवीन मूवी के नाम से एक यूट्यूब चैनल ने रिलीज किया है। गीत को नवोदित गायक आदी और ब्राह्मणों को लेकर आपत्तिजनक गीत गाने वाली विवादित गायिका अनिशा रांगड़ ने आवाज दी है।
उत्तराखंड क्रांति दल ने भी इस गीत पर घोर आपत्ति जताई है। उक्रांद के युवा केंद्रीय अध्यक्ष राजेंद्र बिष्ट ने एसपी सिटी सरिता डोभाल को ज्ञापन सौंपकर निर्माता निर्देशक पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।
निर्माता ने मांगी माफी
गीत के निर्माता लक्ष्मण नेगी का कहना है हमारा उद्देश्य गढ़वाली गीतों को बालीवुड या भोजपुरी फिल्मों के समकक्ष खड़ा करना था, इस कारण इसमें आधुनिकता को दर्शाया गया था। उन्होंने कहा कि गाने में दर्शाये गये किसी सीन को लेकर किसी भी व्यक्ति को ठेस पहुंची हो तो उसके लिए वह क्षमा प्रार्थी हैं। जल्द ही इस गीत से आपत्तिजनक सीन को हटाकर इसे दोबारा फिल्माया जायेगा।