
रुड़की। आईआईटी रुड़की में वेज और नानवेज पर घमासान छिड़ गया है। विरोधस्वरूप छात्र दो दिन से मेस के बाहर धरने पर बैठे हैं और खाना नहीं खा रहे हैं। संस्थान में पढ़ने के लिए कई प्रदेशों से छात्र आते हैं। ऐसे में संस्थान में नानवेज की मांग उठती रही है, जिसके चलते नानवेज बनाना शुरू कर दिया गया था।
छात्रों ने लिखित में दी शिकायत
छात्रों का कहना है कि नानवेज बनाना है तो अलग मेस में बनाया जाये। छात्रों ने इसे लेकर डीन आफ स्टूडेंट वेलफेयर से लिखित में शिकायत की है। आईआईटी रुड़की परिसर में 12 मेस हैं। आजाद भवन मेस को छोड़कर सभी मेस में नानवेज बनाया जाता है, लेकिन पिछले कुछ दिन से आजाद भवन में भी नानवेज बनना शुरू हो गया है। गौरतलब है कि आईआईटी रुड़की में 2015 तक सभी मेस में वेज खाना ही परोसा जाता था।
धरना देने बैठे छात्र
जब पिछले रविवार को नानवेज बना तो इसकी जानकारी मिलते ही छात्रों ने विरोध शुरू कर दिया। जब पता चला कि बुधवार को भी मेस में नानवेज बनेगा तो छात्र मंगलवार और बुधवार को मेस के गेट बाहर खाली थाली लेकर धरना देने बैठ गये। नाम न छापने पर छात्रों ने बताया कि जिस दिन मेस में नानवेज बनता है, छात्र खाना नहीं खाते।
नानवेज के लिए अलग मेस की उठी थी मांग
पहले जिस समय संस्थान की मेस में नानवेज शुरू किया गया था, उस समय छात्रों ने यह मांग उठाई थी कि यदि नानवेज शुरू ही करना है तो इसे कुछ मेस में अलग से शुरू किया जाये, लेकिन तब संस्थान ने एक मेस को छोड़कर अन्य सभी मेस में दोनों प्रकार के खाने की व्यवस्था शुरू कर दी थी। https://sarthakpahal.com/
जो छात्र जिस प्रकार का खाना खाना चाहता है, उसे उसकी छूट मिलनी चाहिए। मेस में नानवेज और वेज दोनों प्रकार के खाने की व्यवस्था है। यदि कोई छात्र वेज खाना चाहता है तो वह वेज ले सकता है। कुछ छात्र शिकायत लेकर आए थे, लेकिन सभी को समझा दिया गया है। अब विरोध जैसी कोई बात नहीं है।
प्रो. एमके बरुआ, डीन आफ स्टूडेंट वेलफेयर, आईआईटी, रुड़की