2015 में दारोगा भर्ती में भी धांधली, जांच के आदेश से दारोगाओं में हड़कंप

देहरादून। 2015 में दारोगा भर्ती में भी धांधली के शक होने पर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने जांच के आदेश दिये हैं। उन्होंने कहा कि जो भी दोषी पाया जायेगा, उस पर रासुका और गैंगस्टर लगाया जायेगा और उनकी संपत्ति भी जब्त की जायेगी।
पंतनगर विश्वविद्यालय ने किया था भर्ती का आयोजन
शुक्रवार को पुलिस मुख्यालय ने दारोगा भर्ती की विजिलेंस या किसी दूसरी एजेंसी से स्वतंत्र जांच करवाने का प्रस्ताव सरकार को भेजा था। इस सिफारिश से इस बैच के दारोगाओं में हड़कंप मच गया है। पंतनगर विश्वविद्यालय ने 339 पदों पर दारोगाओं की भर्ती का आयोजन किया था। पुलिस पर आरोप लग रहे थे कि दूसरी भर्तियों की जांच करने वाला पुलिस महकमा अपनी ही भर्तियों की जांच क्यों नहीं कर रहा है। इसी कारण पुलिस मुख्यालय ने इसकी जांच विजिलेंस या किसी दूसरी स्वतंत्र एजेंसी से कराने का प्रस्ताव गृह विभाग को भेजा था। https://sarthakpahal.com/
हाकम के साथ दो दारोगाओं की फोटो वायरल
यह मामला तब उछला, जब हालिया भर्ती घपले के मुख्य आरोपी हाकम सिंह रावत के साथ 2015-16 की भर्ती के दो दारोगाओं की फोटो वायरल हुई। इसे खुद हाकम सिंह ने सोशल मीडिया पर डाला था। ये बताया जा रहा है ये दारोगा उस भर्ती में काफी अच्छे नंबरों से पास हुए हैं। हाकम ने इन दारोगाओं को छोटा भाई कहकर संबोधित किया था। एसटीएफ की पूछताछ ने कुछ दारोगाओं के नामों का खुलासा किया था। https://www.facebook.com/Sarthak_Pahal-101257265694407/
17606 अभ्यर्थी शामिल हुए थे परीक्षा में
पांच अप्रैल 2015 में पंतनगर विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित इस परीक्षा में 17,606 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। ये भर्तियां सिविल पुलिस, पीएसी और अभिसूचना में उपनिरीक्षक पदों पर हुई थी। सफल अभ्यर्थियों में 104 महिलाएं भी शामिल थीं।
एसटीएफ को मिले साक्ष्य
वर्तमान में चल उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को दारोगा भर्ती परीक्षा में धांधली के साक््य मिले थे। अंदेशा जताया जा रहा था कि कुछ लोग इसमें गलत तरीके से पास हुए हैं। या तो उन्होंने नकल की है या फिर उनकी अर्हता में कुछ गड़बड़ी की गयी है। बताया जा रहा है कि विजिलेंश जांच के आदेश हो चुके हैं। हालांकि विजिलेंस डायरेक्टर अमित सिन्हा ने बताया कि अभी विजिलेंस को आदेश की कापी नहीं मिली है।