देहरादून की सड़कों पर बेरोजगारों का सैलाब, पुलिस वालों के छूटे पसीने
देहरादून। देहरादून की सड़कों पर यूकेएसएसएससी पेपर में धांधली को लेकर प्रदेश के युवा बेरोजगारों में भारी रोष है। हालांकि इस मामले में अब तक 36 आरोपियों के नाम सामने आ चुके हैं, जिनमें से मास्टरमाइंड मूसा और उसके साथी योगेश्वर को छोड़कर 34 एसटीएफ ने गिरफ्तार भी कर लिया है। नकल माफिया पर शिकंजा कसने के बाद एसटीएफ अब उनकी अवैध संपत्ति पर कार्रवाई के लिए कदम उठा रही है।
सीबीआई जांच की मांग को लेकर युवाओं का प्रदर्शन
कई परीक्षाओं में धांधली सामने आने के बाद प्रदेश के युवा बेरोजगारों में भारी आक्रोश व्याप्त है। वे इन भर्ती परीक्षाओं की सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। इसी क्रम में बुधवार को हजारों बेरोजगार युवा देहरादून की सड़कों पर उतर आए। भर्ती घोटाले की सीबीआई जांच और आरोपियों पर कार्रवाई को लेकर बेरोजगार संगठनों ने परेड ग्राउंड से सचिवालय तक आक्रोश रैली निकाली। भर्ती घोटालों को लेकर पहाड़ से मैदान तक भारी विरोध के स्वर उठ रहे हैं।
परेड ग्राउंड से सचिवालय तक युवाओं की आक्रोश रैली
बुधवार सुबह उत्तराखंड बेरोजगार संगठन के बैनर तले राज्यभर से विभिन्न संगठनों से जुड़े बेरोजगार परेड ग्राउंड में इकट्ठा हुए। प्रदर्शनकारियों के हाथों में बैनर और तख्तियां थी, जो कान्वेंट चौक, तिब्बती मार्केट, लैंसडाउन चौक, कनक चौर से शिवालय के लिए रैली के रूप में निकले। इस दौरान सचिवालय से पहले पुलिस ने बैरिकेड लगाकर बेरोजगारों को रोक लिया। जिसके बाद प्रदर्शनकारी यहीं पर धरने पर बैठ गये और सरकार के विरोध में नारेबाजी करने लगे।
उत्तराखंड बेरोजगार संगठन के अध्यक्ष बॉबी पंवार ने कहा कि बेरोजगारों के साथ अन्याय किया जा रहा है। अब तक विभिन्न विभागों में भर्ती घोटाले हुए जिसमें कई पार्टी से जुड़े नेता शामिल हैं। लेकिन जांच के नाम पर भी बेरोजगारों के साथ धोखा किया जा रहा है।
उन्होंने कहा की अब तक हुई भर्तियों की जांच और घोटाले में लिप्त आरोपितों पर सख्त कार्रवाई की जाए। बेरोजगारों की रैली को कांग्रेस, उत्तराखंड क्रांति दल, भारतीय संवैधानिक अधिकार मंच ने समर्थन दिया।