नई दिल्ली। राजपथ अब इतिहास बन जाएगा। राजपथ को अब कर्त्तव्य पथ के नाम से जाना जायेगा। विजय चौक और इंडिया गेट को जोड़ने वाली सड़क अब इतिहास के पन्नों में दर्ज हो जायेगा।
राजपथ अतीत से वर्तमान तक
आजादी के पहले राजपथ को किंग्सवे और जनपथ को क्वींसवे के नाम से जाना जाता था। आजादी के बाद क्वींस के नाम बदलकर जनपद और किंग्सवे को राजपथ के नाम से जाना जाने लगा। आजादी के 75 साल पूरे होने पर अब इनका नाम कर्त्तव्य पथ कर दिया गया है। https://sarthakpahal.com/
कर्त्तव्य पथ का पीएम आज शाम सात बजे करेंगे उद्घाटन
करीब 3.20 किमी लंबा राजपथ अब नए रंग रूप और नए नाम के साथ अब कर्त्तव्य पथ के रूप में जाना जाएगा। इसके आसपास ग्रेनाइट से 15.5 किमी का वाकवे बनाया गया है। बगल में 19 एकड़ में नहर है जिस पर 16 पुल बनाए गये हैं। फूड स्टाल के साथ दोनों तरफ बैठने की भी व्यवस्था की गयी है।
नेता जी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा स्थापित
प्रधानमंत्री मोदी इंडिया गेट पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 28 फुट ऊंची प्रतमा का भी अनावरण करेंगे। ग्रेनाइट पत्थर से उकेरी गई इस प्रतिमा का वजन 65 मीट्रिक टन है। इसे उसी स्थान पर स्थान पर किया गया, जहां पिछले 23 जनवरी को पराक्रम दिवस पर नेताजी की होलोग्राम प्रतिमा का अनावरण किया गया था।
एनडीएमसी की बैठक में लिया गया फैसला
नई दिल्ली नगरपालिका परिषद ने बुधवार को राजपथ और सेंट्रल विस्टा लान का नाम बदलकर कर्त्तव्य पथ का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास किया। बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय विदेश एवं संस्कृति राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी ने की। उन्होंने राजपथ और सेंट्रल विस्टा लान का नाम बदलकर कर्त्तव्य पथ करने के निर्णय को ऐतिहासिक करार दिया।