धारचूला में बादल फटने से काली नदी ने मचाई तबाही, दर्जनों मकान बहे, देखें वीडियो
पिथौरागढ़। धारचूला में बादल फटने से भारत नेपाल सीमा पर भारी तबाही मच गयी है। नाले के साथ आए मलबे से काली नदी में झील बन जाने से 50 से अधिक मकान पानी में जलमग्न हो गये हैं। कुछ लोगों के लापता होने की सूचना है। कई वाहन पानी में बह गये हैं। काली नदी का रौद्र रूप इस वीडियो में देखें
एसडीआरएफ और पुलिस राहत कार्य में जुटे
उत्तराखंड में मानसून जाते-जाते भी जोरदार बरस रहा है। पहाड़ों पर तेज बारिश हो रही है। शुक्रवार रात को हुई तेज बारिश ने पिथौरागढ़ के धारचूला में लोगों को परेशान कर दिया। नेपाल के लास्कु में बादल फटने से पिथौरागढ़ में भारी तबाही मची हुई है। सूचना मिलते ही आपदा प्रबंधन, राजस्व दल, एसडीआरएफ, पुलिस राहत कार्य में जुट गये हैं। प्रभावितों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। हेलीकाप्टर से फंसे लोगों को रेस्क्यू किया जा रहा है।
काली नदी में लगभग दो किमी लंबी झील
खोतिला व्यासनगर के पास काली नदी में करीब दो किलोमीटर लंबी झील बनने से खोतिला के नदी किनारे स्थित व्यासनगर के 50 से अधिक मकान जलमग्न हो गये हैं। एक महिला जान बचाने को मकान की छत पर चढ़ गयी, जिसका अभी तक कुछ पता नहीं चल सका है। https://sarthakpahal.com/
रुद्रप्रयाग में उखीमठ ब्लाक के तुलंगा गांव में सुरजी देवी गौशाला जा रही था, तभी अचानक मलबा आ गया, जिससे वह मलबे में दबकर मर गयी। वहीं, रमाधव चिकित्सालय नारायणकोटी के सामने सड़क धंसने से आवाजाही रुक गयी है। गुप्तकाशी कालीमठ कोटमा मार्ग विद्यापीठ और भैरवघाटी पर मलबा आने से रास्ते बंद हो गया है, जबकि नारा जाखधार मार्ग इंटर कालेज गुप्तकाशी के निकट पुस्ता धंसने से बंद हो गया है। इसके अलावा नेपाल में 5 लोगों के मरने का समाचार है। गलाती के प्रधान राम सिंह का कहना है कि बारिश से क्षेत्र में भारी नुकसान हुआ है। दर्जनों घरों में मलबा घुस गया है। लोग अपने-अपने घरों को छोड़कर भाग गये हैं। नेपाल में हुई भारी बारिश के कारण काली नदी का रुख बदलने से धारचूला में काफी नुकसान हुआ है।