
हल्द्वानी। महार रेजीमेंट के सूबेदार त्रिलोक सिंह कार्की की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी है। वह नौ दिन पहले छुट्टी पर घर आए थे। सूबेदार त्रिलोख सिंह छत पर बेहोशी की हालत में पाये गये थे, जब तक उन्हें अस्पताल ले जाया गया, तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। सूबेदार की सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया।
गोविंदपुर गढ़वाल कमलुवागांजा निवासी 45 वर्षीय त्रिलोक सिंह कार्की पुत्र स्व. दिलीप सिंह कार्की 1944 में महार रेजीमेंट में भर्ती हुए थे। इस समय वे शाहजहांपुर यूपी में बतौर सूबेदार कार्यरत थे। मृतक के भतीजे विजय सिंह कार्की जो कि पुलिस विभाग में कार्यरत हैं, ने बताया कि उसके चाचा छह सितम्बर को ही छुट्टी पर घर आए थे।
बुधवार को सुबह पांच बजे वह अपने कुत्ते को लेकर घूमने के निकले थे। इसके बाद घर पहुंचकर अपने घर की निर्माणाधीन तीसरी मंजिल पर चले गये थे। जब काफी देर तक वह नीचे नहीं आए तो परिजन देखने गये, जहां वे बेहोशी की हालत में पड़े मिले। उन्हें फौरन अस्पताल पहुंचाया गया। डाक्टर ने देखते ही उन्हें मृत घोषित कर दिया। सूबेदार अपने पीछे पत्नी हेमा कार्की, बेटी मनीषा व बेटा हिमांशु को छोड़ गये हैं। पुलिस ने बताया कि परिजनों ने सूबेदार का पोस्टमार्टम करने से मना कर दिया था। इसलिए बुधवार को ही रानीबाग स्थित चित्रशिला घाट पर उनका अंतिम संस्कार सैन्य सम्मान के साथ कर दिया गया। https://sarthakpahal.com/