पेपरलीक प्रकरण में तहलका मचाने वाला मूसा और योगेश्वर को यूपी एसटीएफ ने दबोचा

लखनऊ। पेपरलीक प्रकरण में उत्तराखंड में तहलका मचाने वाला मास्टरमाइंड सादिक हुसैन मूसा और योगेश्वर राव को यूपी एसटीएफ ने आखिरकार दबोच लिया। आरोपियों पर उत्तराखंड में यूकेएसएसएससी में 20021 में भर्ती परीक्षाओं में नकल कराने का आरोप है। इन पर दो लाख का इनाम घोषित था।
मूसा जौनपुर तथा योगेश्वर गाजीपुर का मूल निवासी
मूसा शाहगंज, जौनपुर का रहने वाला है और वर्तमान में अकबरपुर अंबेडकरनगर में रह रहा था, जबकि योगेश्वर राव भड़सर गाजीपुर का मूल निवासी है और इस समय बी ब्लाक इंदिरानगर में रह रहा था। एसटीएफ ने दोनों गुरुवार को विभूतिखंड के बांसमंडी इलाके से दबोचा। दोनों के विरुद्ध राज्यपुर थाने में धोखाधड़ी और गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज
हल्द्वानी के होटल में तय हुआ प्रति परीक्षार्थी 10 लाख दाम
एसटीएफ के एसएसपी विशाल विक्रम सिंह ने बताया कि परीक्षा पेपर इंजीनियरिंग कालेज चौराहा स्थित आरएमएस टेक्नो साल्यूशन कंपनी छाप रही थी। इसकी जानकारी के कंपनी के कर्मचारी कासान शेख ने उन्हें दी थी। मूसा ने बताया कि 4 दिसंबर को होेने वाली परीक्षा का पेपर तीन दिसंबर को मिल गया था। इस दौरान प्रति अभ्यर्थी 10 लाख में सौदा तय हुआ। पेपर मिलने पर मूसा ने इसकी जानकारी उत्तराखंड के बृजपाल हास्पिटल के पास एक होटल में शशिकांत सिंह और केंद्रपाल को दी। परीक्षा के बाद शशिकांत ने योगेश्वर को 20 लाख दिये और बाकी रकम बाद में देने की बात कही।
स्क्रीनिंग में 100 अभ्यर्थी संदिग्ध मिलने पर हुई जांच
परीक्षा होने के बाद उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव के कारण आचार संहिता लागू थी। चुनाव के बाद परीक्षा परिणाम जारी हुआ। परिणाम घोषित होने के बाद परीक्षार्थियों की स्क्रीनिंग में अनियमितता पकड़ी गयी और लगभग 100 अभ्यर्थी संदिग्ध पाये गये। मूसा ने पुलिस को बताया कि सोशल मीडिया के जरिये उन्हें अपना नाम सामने आने का पता चला था। इसलिए वे गिरफ्तारी से बचने के लिए छिप रहे थे। https://sarthakpahal.com/
फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद से चल रहे थे
इसके बाद आयोग के जांच के निर्देश दिये और मुकदमा दर्ज हुआ। फर्जीवाड़ा सामने आने पर दोनों पर इनाम घोषित कर दिया गया। तब से दोनों फरार थे, जिन्हें यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार कर उत्तराखंड पुलिस को सौंप दिया है। नकल प्रकरण में उत्तराखंड एसटीएफ अब तक 41 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।