मोहाली। आपत्तिजनक वीडियो को लेकर अब चंडीगढ़ विवि, पुलिस और प्रशासन लीपापोती करने पर लग गया है। यूनिवर्सिटी की साख दांव पर लगी है। पुलिस और प्रशासन इस मामले को रफादफा करना चाहता है, लेकिन छात्र हैं कि मानते ही नहीं। देर रात तक विद्यार्थी कैंपस में प्रदर्शन करते रहे। वार्डेन और विवि प्रशासन के बयानों में ही विरोधाभाष देखने को मिल रहा है। वार्डेन कुछ और कह रही है और विवि प्रशासन कुछ और।
विवि प्रशासन और पुलिस के हाथ-पैर फूले
एमएमएस प्रकरण पर जब वार्डेन आरोपी छात्रा के पास पहुंची तो उसने उसे बुरी तरह डांटा, जिसका वीडियो भी वायरल हो चुका है। वीडियो में आरोपी छात्रा ने स्वीकार किया कि उसने लड़के को वीडियो और फोटोज भेजी हैं, लेकिन अब डिलीट कर दिया है। कुछ छात्राओं ने खुदकुशी का प्रयास भी किया, हालांकि प्रशासन इस बात को निराधार बताता रहा। एक बेहोश छात्रा को एंबुलेंस में लेकर जाने का वीडियो भी इंटरनेट पर वायरल हो रहा है। ये वीडियो खुद इस बात की गवाही दे रहे हैं कि छात्राएं कितनी अपसेट हैं। देखें
आंदोलन में छात्र संगठनों की भी एंट्री
चंडीगढ़ विवि में आपत्तिजनक वीडियो के आरोपियों के खिलाफ छात्र संगठनों ने मांग की है। एबीवीपी, एनसो, सथ, एएसए ने सीयू में प्रदर्शन कर रहे छात्रों को समर्थन दिया है। सभी छात्र संगठनों ने इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है। साथ ही मांग की है कि सीयू की घटना की प्रशासन निष्पक्ष जांच करवाये तथा जो भी दोषी हो उस पर सख्त कार्रवाई करे। बोले कि यह मानवता को शर्मसार करने वाला है और शिक्षण संस्थानों पर एक धब्बा है।
चार हजार छात्राएं थीं हास्टल में
हास्टल में चार हजार लड़कियां रहती हैं। नया सत्र शुरू होने की वजह से छात्राएं एक-दूसरे को कम ही जानती हैं। एक साथ तीन-चार लड़कियां रहती हैं। आरोपी लड़की ने कामन वाशरूम में दरवाजे के नीचे से फोटो खींची थी। जब छात्राओं ने वार्डेन से लड़की की शिकायत की, तो वार्डेन ने उक्त छात्रा से पूछताछ तो की, लेकिन उसका पोन चेक नहीं किया।