पौड़ी। किराये की शिक्षक रखकर खुद मौज कर रही प्रधानाध्यापिका को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। मामला प्रकाश में आने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। डीईओ बेसिक ने प्रधानाध्यापिका शीतल रावत का निलंबन आदेश जारी करते हुए उन्हें उप शिक्षाधिकारी कार्यालय थलीसैंण अटैच कर दिया है।
पौड़ी जिले के दूर क्षेत्रों में सरकारी शिक्षक किस प्रकार बच्चों के भविष्य के खिलवाड़ कर रहे हैं, इसकी बानगी थलीसैंण ब्लाक के राजकीय प्राथमिक विद्यालय बग्वाड़ी में देखने को मिल जायेगी। जिन शिक्षकों के कंधों पर देश के भावी कर्णधारों का भविष्य गिरवी है, जब वही ऐसी हरकतें करने लगेंगे तो देश का क्या होगा, सोचा जा सकता है।
मुख्य शिक्षाधिकारी ने मारा छापा
पौड़ी जिले के मुख्य शिक्षा अधिकारी डा. आनंद भारद्वाज ने थलीसैंण ब्लाक के राजकीय प्राथमिक विद्यालय बग्वाड़ी का निरीक्षण किया, तो विद्यालय प्रधानाध्यापिका नदारद मिली। जब उन्होंने इस संबंध में पूछताछ की तो विद्यालय में अध्यापिका के रूप में गांव की एक लड़की बच्चों को पढ़ा रही थी, जिसे प्रधानाध्यापिका कुछ मासिक वेतन दे रही थी। जिस पर मुख्य शिक्षाधिकारी ने उप शिक्षाधिकारी थलीसैंण को पूरे मामले की जांच के आदेश दिये। https://sarthakpahal.com/
सीईओ पौड़ी को रिपोर्ट देने का आदेश
सीईओ पौड़ी की रिपोर्ट पर प्रभारी डीईओ बेसिक ने प्रभारी प्रधानाध्यापिका को निलंबित कर दिया है। प्रभारी डीईओ बेसिक पौड़ी सावेद ने अवगत कराया कि प्रधानाध्यापिका शीतल रावत को दायित्वों के प्रति लापरवाही बरतने, उच्चाधिकारियों के आदेशों की अवहेलना करने, आरटीई नियमावली 2009 का उल्लंघन करने और कर्मचारी आचरण नियमावली का उल्लंघन करने पर शीतल रावत को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। उन्हें उप शिक्षाधिकारी थलीसैंण कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया।