
श्रीनगर गढ़वाल। अंकिता की मां सोनी देवी ने पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने धोखाधड़ी से मेरी बेटी का अंतिम संस्कार कर दिया। मुझको साजिश के तहत अस्पताल में भर्ती करा दिया गया और मैं अपनी लाडली बिटिया को देख भी नहीं पाई। मैं गांव से अपनी बेटी को देखने यहां आई थी। ‘पुलिस हत्यारों को सजा नहीं दे सकती तो दरिंदों को मेरे हवाले कर दो, मैं उनका संहार कर दूंगी।’
मां को अस्पताल भर्ती कराकर कर दिया था अंतिम संस्कार
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में सोनी देवी अफसरों को खरी-खोटी सुना रही हैं। उनके सवालों के आगे एसडीएम श्रीनगर अजयवीर सिंह और एसडीएम पौड़ी विवेक जोशी लाचार खड़े हैं। उनके पास सोनी देवी के सवालों का कोई जवाब नहीं है। वह सिर्फ यही सफाई दे रहे हैं कि स्थित को देखते हुए निर्णय लिया गया। सोनी देवी राजकीय मेडिकल कालेज श्रीनगर में स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए रविवार शाम चार बजे आईसीयू में भर्ती करा दिया गया था। सोमवार सुबह लगभग नौ बजे उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी। अस्पताल में ही उनका वीडियो वायरल हो रहा है।
सोनी देवी कह रही हैं कि, ‘जब जबर्दस्ती मेरी बेटी का अंतिम संस्कार कर दिया गया तो प्रशासन यह भी लिखकर दे दे कि तीन दिन में हत्यारों को फांसी दे दी जायेगी। यह सिर्फ मेरी बेटी के साथ नहीं हुआ। ऐसी बहुत सी बेटियां हैं, जो इन दरिंदों का शिकार हुई हैं। पुलिस को कितने सबूत की जरूरत है। यदि पुलिस-प्रशासन के वश की बात नहीं है तो वह न्याय करने का अधिकार मुझे दे दे। मैं उनके टुकड़-टुकड़े कर दूंगी।’
उन्होंने कहाकि ‘मैं सुबह से बेटी को देखने के लिए खड़ी थी, लेकिन साजिश के मुझे अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। मेरे पति को धक्का मार कर के ले गये, जबकि मैंने साफ कहा था कि जब तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आती, तब तक मैं अंकित की पार्थिव देह को हाथ नहीं लगाऊंगी।’ https://www.facebook.com/Sarthak_Pahal-101257265694407/
वहीं वीडियो बना रही महिला अधिकारियों से सवाल करती है कि, ‘अंतिम संस्कार कल होने की बात कही गयी थी, लेकिन पिता को दबाव में लेकर शाम के अंधेरे में अंतिम संस्कार करवा दिया गया। क्या प्रशासन का फर्ज नहीं बनता था कि परिवार के अन्य सदस्यों को भी बुलाया जाता।’ वीडियो में एक कुर्ते वाले शख्स पर भी सवाल उठाए गये हैं।