देहरादून। अंकिता के परिजनों से मुख्यमंत्री धामी ने शुक्रवार को स्वयं उनके गांव डोभ श्रीकोट पंचायत के धूरो पहुंचकर मुलाकात की। उन्होंने अंकिता के माता-पिता और भाई से मुलाकात कर उन्हें आर्थिक सहायता के रूप में 25 लाख रुपये का चेक सौंपा।
पिता बोले चेक नहीं चाहिए, मेरी बेटी वापस दिला दो
चेक देखकर अंकिता के पिता फफक फफक कर रो पड़े। पहले तो उन्होंने सहायता राशि लेने से इनकार कर दिया। उनका कहना था कि मुझे मेरी बेटी लौटा दो, मुझे पैसों की जरूरत नहीं। बााद में मुख्यमंत्री के काफी समझाने के बाद वह चेक लेने को राजी हुए। उनका कहना था कि लोग परिवार को बदनाम कर रहे हैं। परिवार पहले ही गम में व्याकुल है और ऐसी बातें दुख को और बढ़ाने का काम कर रही हैं।
अंकिता को न्याय दिलाने में सरकार प्रतिबद्ध
मुख्यमंत्री ने परिजनों को आश्वस्त किया कि सरकार अंकिता को न्याय दिलाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने माता पिता को आश्वासन दिया कि आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी और फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाया जायेगा। उन्होंने कहा कि जांच में जिन लोगों की भी भूमिका पर संदिग्ध पायी जायेगी , उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा। इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत, जिलाधिकारी डा. विजय कुमार जोगदंडे, एसएसपी यशवंत सिंह चौहान और एसडीएम आकाश जोशी भी उपस्थित रहे।