
यमकेश्वर। यमकेश्वर ब्लाक के संतोष कुकरेती आज चंडीघाट में पंचतत्व में विलीन हो जाएंगे। उत्तरकाशी हिमस्खलन में लापता पांच और शव सोमवार को मातली हेलीपैड लाए गये। सभी शवों को पोस्टमार्टम करने के बाद परिजनों को सौंप दिया गया। बीते चार अक्टूबर को द्रौपदी का डांडा-2 में हिमस्खलन की चपेट में आए निम के पर्वतारोही व प्रशिक्षकों सहित कुल 29 लोग लापता हो गये थे।
जौरासी के रहने वाले थे संतोष कुकरेती
संतोष कुकरेती पुत्र अशोक कुमार कुकरेती निवासी ग्राम जौरासी तल्ली नेहरू पर्वतारोहण संस्थान उत्तरकाशी में एडवांस कोर्स की ट्रेनिंग के लिए पूरी टीम के साथ चार अक्टूबर को द्रौपदी का डांडा गये थे, जहां भीषण बर्फ की चपेट में आ गये थे। इस अभियान में दो इंस्पेक्टर सहित कुल 27 ट्रेनीज लापता हो गये थे, जो कि अब इस दुनिया को छोड़ चुके हैं। उन्हीं में से एक थे यमकेश्वर ब्लाक के जौरासी तल्लीके संतोष कुकरेती, जो कि विलक्षण प्रतिभा के धनी थे। सोमवार को जो पांच शव परिजनों को सौंपे गये उनमें संदीप सरकार, संतोष कुकरेती, बंशीधर रेड्डी, रजत सिंगल और अमित कुमार सिंह शामिल थे। https://sarthakpahal.com/
आज चंडीघाट में होगा अंतिम संस्कार
संतोषकुकरेती का पार्थिव शरीर कल सोमवार 10 अक्टूबर को परिवार को सौंप दिया गया था जो कि उनके लालढांग स्थित चमरिया आवास पर पहुंच गया था। पारिवारिक सूत्रों के हवाले से खबर मिली है कि उनका पार्थिव शरीर सुबह आठे बजे लालढांग चमरिया से प्रस्थान कर 10 बजे चंडीघाट पहुंचेगा, जहां उनका अंतिम संस्कार होगा। दिवंगत आत्मा की शांति के लिए हम सभी ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दे और परिजनों को इस अपूरणीय क्षति को सहने की शक्ति प्रदान करे। ऊं शांति।