ऋषिकेश। भाई दूज तक अंकिता हत्याकांड के दोषी वीआईपी के नाम उजागर न होने पर युवा न्याय संघर्ष समिति के क्रांतिकारियों ने चीला बैराज में उसी जगह आत्मदाह करने की धमकी दी है, जहां अंकिता को फेंका गया था।
विधानसभा भर्ती घोटाले के मुख्य दोषी प्रेमचंद अग्रवाल सहित अन्य कई लोगों पर कार्रवाई की मांग जारी रखते हुए हस्ताक्षर अभियान चलाकर तमाम उत्तराखंड आंदोलनकारी, नगर निगम पार्षदों सहित उत्तराखंड प्रगतिशील पार्टी के केंद्रीय संयोजक गिरीश डालाकोटी ने भी युवा न्याय संघर्ष समिति को अपना पूरा समर्थन दिया है। युवा न्याय संघर्ष के क्रांतिकारियों ने भाई दूज तक वीआईपी के नाम उजागर न करने एवं सीबीआई जांच के आदेश नहीं देने की दशा में चीला बैराज में उसी स्थान पर कूदने की चेतावनी दी है, जहां अंकिता भंडारी को फेंका गया था।
एम्स के डाक्टरों को बताया दोषी
मीडिया प्रभारी संजय सिल्सवाल ने कहा कि जनता में बहुत आक्रोश है और इस समय उस आक्रोश को सड़क पर धरना और आंदोलनों के माध्यम से जागृत रखा जायेगा। इस दौरान पार्टी के कई वक्ताओं ने इस मामले में एम्स प्रशासन को भी कठघरे में खड़े किया। समिति के संजोयक अरविंद हटवाल ने कहा कि एम्स के तमाम डाक्टरों का जिन्होंने महिला डाक्टर के बगैर अंकिता भंडारी का पोस्टमार्टम किया, इन लोगों ने कानून का उल्लंघन किया है और इन डाक्टरों के खिलाफ भी FIR दर्ज करने की मांग की है।
धरने में दीपक जाटव, मोहन सिंह असवाल, गिरीश डालाकोटी, भूपेंद्र डोगरा, नगर निगम पार्षद राधा रमोला, प्रमिला जोशी आदि ने अपने-अपने विचार रखे।
इस अवसर पर विनोद रतूड़ी, प्रवीण जाटव, सरोजिनी थपलियाल, उमरा बिष्ट, विक्रम भंडारी, हरि सिंह नेगी, बीना बहुगुणा, कमल सिंह, उमंग देवरानी, संजय पाटिल, राकेश कलूड़ा, हरिराम वर्मा, बचन सिंह बिष्ट प्रधान मल्ला बनास, आदित्य झा, नीलम लखेड़ा, सुमित्रा बिष्ट, प्रमिला रावत, मंजू बडोला, भगवती रावत, रामेश्वरी चौहान, वंदना बोरा, ऊषा चौहान, सुनीता नेगी, सिमरन जोशी, मुन्ना सिंह, बीना रावत, कुसुम जोशी, प्रमिला जोशी, सुनीता नेगी, अंजू, गुलाब सिंह रावत, शकुंतला देवी, दिनेश बहुगुणा, प्रिंसी रावत, कमल सिंह, अनिल बहुखंडी, लक्ष्मी कठैत आदि सैकड़ों कार्यकर्ता धरने में उपस्थित रहे।
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