
हल्द्वानी। उत्तराखंड हाईकोर्ट ने अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में सुनवाई करते हुए एसआईटी से केस से संबंधित स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है। पौड़ी गढ़वाल के श्रीनगर की रहने वाली और ऋषिकेश के वनंतरा रिजार्ट में रिसेप्सनिष्ट अंकिता भंडारी हत्याकांड मामला हाईकोर्ट पहुंच गया है। केस की अगली सुनवाई के लिए तीन नवंबर की तिथि नियत की गयी है।
अंकिता के कमरे की चादर तक गायब करवा दी गयी
पौड़ी गढ़वाल के आशुतोष नेगी ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की है, जिसमें उन्होंने कहा कि अंकिता हत्याकांड के बाद यमकेश्वर की विधायक रेनू बिष्ट के निर्देश पर वनंतरा रिजार्ट में बुलडोजर चलाकर केस से संबंधित अहम सबूत नष्ट कर दिये गये थे। इतना ही नहीं अंकिता के कमरे से उसकी चादर तक गायब करवा दी गयी थी। याचिका में पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की गयी है। उत्तराखंड हाईकोर्ट में वरिष्ठ न्यायाधीश न्यायमूर्ति संजय कुमार मिश्रा की एकलपीठ ने मामले में सुनवाई करते हुए जांच कर रही एसआईटी को इस केस से संबंधित स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने के निर्देश दिये हैं।
अंकिता हत्याकांड के बाद बीजेपी नेता विनोद आर्य के पुत्र पुलकित आर्य का नाम सामने आने के बाद पूरे प्रदेश में जबर्दस्त आक्रोश देखने को मिला था। इस मामले में बीजेपी ने विनोद आर्य को पहले ही निलंबित कर दिया था, साथ ही उनका बेटा पुलकित आर्य समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर पौड़ी जेल में बंद कर रखा है।
अंकिता की गुमशुदगी के मामले में 23 सितम्बर को तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने जब पूछताछ की तो उन्होंने हत्या की बात स्वीकार की थी। आरोपियों की निशानदेही पर अंकिता का शव चीला नहर से 24 सितम्बर को बरामद कर लिया गया था।https://sarthakpahal.com/