भगवानपुर में एंटीबायोटिक और मल्टीविटामिन की नकली दवा बनाने की फैक्ट्री पकड़ी

भगवानपुर। भगवानपुर में एसटीएफ और औषधि नियंत्रण विभाग की टीम ने डाडा जलालपुर गांव में एक घर में नकली एंटीबायोटिक और मल्टी विटामिन बनाने की फैक्ट्री पकड़ी। मौके पर पकड़ी नकली दवा की कीमत पांच लाख बताई जा रही है। आरोपी के खिलाफ ड्रग एवं आईपीसी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दिया गया है। आरोपी फरार हो गया है।
बिना दवा लासेंस के नकली दवाएं बनाने की एक फैक्ट्री पर शनिवार को विजिलेंस, ड्रग विभाग, एसटीएफ की संयुक्त टीम ने छापा मारा। जिसमें हिमाचल की एक कंपनी के नाम पर बड़ी मात्रा में एंटीबायोटिक, मल्टी विटामिन और कई तरह की अन्य दवाई बनाने को गोरखधंधा धड़ल्ले से चल रहा था। छापा पड़ने की भनक लगते ही आरोपी फरार हो गया।
सोलन कोर हेल्थकेयर, हिमाचल के नाम से बन रही थी नकली दवा
टीम में एसडीएम भगवानपुर वैभव गुप्ता की मौजूदगी में चालू हालत में मिली दवा बनाने की मशीन एवं फैक्ट्री को सील कर दिया। फैक्ट्री में लाखों रुपये की नकली दवाएं, कच्चा माल, रेपर समेत दवा बनाने के लिए चालू हालत में रखी मशीन बरामद की गयी है। जो नकली दवाइयां बनाई जा रही थीं, वे सोलन कोर हेल्थकेयर, हिमाचल के नाम से बनाई जा रही थीं। टीम ने मौके से दो लोगों को गिरफ्तार किया। उनसे पूछताछ की जा रही है। इंस्पेक्टर अमरजीत सिंह ने बताया कि दोनों को गिरफ्तार कर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। https://www.facebook.com/Sarthak_Pahal-101257265694407/
दस पेटी दवाएं बरामद कर सील
करीब दस पेटियों में दवाएं बरामद कर सील कर दी गयी हैं। हालांक फैक्ट्री चलाने वाला भनक लगते ही फरार हो गया है। ड्रग एक्ट एवं आईपीसी की धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर दिया गया है।
यूपी-बिहार के रहने वाले हैं आरोपी
गिरफ्तार युवकों में एक बिहार के छपरा और दूसरा यूपी के गोंडा जिले का निवासी है। फैक्ट्री कब से चल रही थी, दवाओं की सप्लाई कहां की जा रही थी, इसका पता लगाया जा रहा है। छापेमारी टीम में ड्रग कंट्रोलर डा. सुधीर कुमार, विजिलेंस एसआई जगदीश रतूड़ी, ड्रग इंस्पेक्टर हरिद्वार अनिता भारती, देहरादून इंस्पेक्टर शरद चंद गुसाईं, कांस्टेबल जय सिंह, रवि पंत, योगेंद्र सिंह और चालक वीरेंद्र रावत शामिल रहे।