कोटद्वार। भावर में कुछ दिन पूर्व दो पक्षों में हुई मारपीट में गंभीर रूप से घायल शीतलपुर निवासी युवक की देहरादून के इंद्रेश अस्पताल में मौत होने के बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस की कार्यप्रणाली से नाराज हल्दूखाता तिराहे को जाम कर दिया। एसएसपी श्वैता चौबे ने तुरंत एक्शन लेते हुए कलालघाटी चौकी इंचार्ज और एक कांस्टेबल को निलंबित कर दिया।
चार घंटे बाद पुलिस ने किसी तरह मामला सुलटाया
शीतलपुर निवासी गजेंद्र सिंह पुत्र मोहन सिंह को चार युवकों ने घर से मिलने के बुलाया और उसके साथ मारपीट कर दी थी। मारपीट में गंभीर रूप से घायल युवक की रविवार सुबह देहरादून के इंद्रेश अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गयी। मौत की खबर लगते ही रविवार सुबह ही शीतलपुर और बग्गड़ क्षेत्र के लोगों ने हल्दूखाता तिराहे को जाम कर दिया। ग्राम प्रधान पूजा का कहना था कि 20 अक्टूबर को कुछ लोगों ने शीतलपुर निवासी गजेंद्र को बुलाकर उसकी जमकर पिटाई की थी।
कलालघाटी चौकी इंचार्ज और पुलिसकर्मी निलंबित
हल्दूखाता तिराहे पर पुलिस के खिलाफ लोगों के प्रदर्शन के बाद हरकत में आई पुलिस ने मारपीट के चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में पुलिस की नयी कप्तान श्वेता चौबे में कलालघाटी चौकी प्रभारी पीएस नेगी और एक कांस्टेबल पवनीश कवि को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। लोगों का पुलिस पर आरोप था कि घटना के बाद भी घायल युवक के परिजन कई बार चौकी में रिपोर्ट दर्ज करने गये, लेकिन पुलिस ने मामले में कोई कार्रवाई नहीं की।
मारपीट के चारों आरोपी गिरफ्तार
मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए मारपीट के आरोपी माथुर सिंह, निवासी भोजपुर थाना मंडावर, जिला बिजनौर, विजेंद्र कुमार निवासी ग्राम लोक मणिपुर धामपुर, बिजनौर, गोविंद सिंह निवासी ग्राम लोक मणिपुर सिगड्डी कोटद्वार और सीताराम निवासी झंडीचौड़ कलालघाटी कोटद्वार को गिरफ्तार किया गया है। https://sarthakpahal.com/
लोगों को समझाने में पुलिस के हाथ-पैर फूले
सूचना मिलते ही कोटद्वार सीओ जीए कोहली, विभव सैनी, कोतवाल विजय सिंह पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाबुझाकर जाम खोलने का प्रयास किया। हंगामे की सूचना मिलते ही उपपुलिस अधीक्षक शेखर चंद्र सुयाल भी एक बजे के करीब मौके पर पहुंचे। उनके आश्वासन मिलने के बाद आक्रोशित लोगों ने जाम खुलवाया। इस दौरान प्रदर्शन करने वालों में गुलाब सिंह, मोहन लाल, देवेंद्र सिंह, खेम सिंह, सूरज सिंह, मुन्नी देवी, संतोषी देवी, चंद्रकला देवी और सुषमा देवी आदि लोग मौजूद रहे।