10 साल से पुराने आटो और विक्रम 31 मार्च तक सड़कों से हो जाएंगे गायब

देहरादून। राजधानी देहरादून के अलावा हरिद्वार, ऋषिकेश, रुड़की में अब 10 साल पुराने आटो-विक्रम अाने वाले 31 मार्च तक सड़कों से बाहर कर दिये जायेंगे। मंगलवार को संभागीय परिवहन प्राधिकरण के अध्यक्ष व मंडलायुक्त सुशील कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक की ओर से प्रस्ताव पर मोहर लग गयी। बैठक में निर्णय लिया गया कि सभी डीजल वाले आटो-विक्रम 31 मार्च 2023 के बाद सड़कों पर नहीं दिखेंगे।
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लिया गया निर्णय
डीजल संचालित इन आटो-विक्रम की जगह सीएनजी से चलने वाली गाड़ियां लेंगी। मंडलायुक्त सुशील कुमार ने बताया कि देहरादून में बदहाल हो रही प्रदूषण की स्थिति को देखते हुए शासन द्वारा अमुनोदित 18 स्टेट कैरेज रूटों पर पेट्रोल, बीएस वी5, मानक सीएनजी, इलेक्ट्रिक वाहन के संचालन का निर्णय लिया गया है। शासन की अनुमति के बाद झाझरा, सुद्धोवाला, प्रेमनगर से बल्लूपुर, घंटाघर, परेड मैदान, सर्वे चौक, लालपुल, रायपुर तक सिटी बस के लिए नया रूट चिन्हित करने के साथ ही गाड़ियों के नये परमिट भी जारी करने का निर्णय लिया गया। https://sarthakpahal.com/
बुजुर्गों के लिए सिटी बस में आरक्षित सीटें
देहरादून में सिटी बसों में बुजुर्गों को अब खड़े होकर सफर नहीं करना पड़ेगा। अब उनके लिए सिटी बसों में सीटें आरक्षित होंगी। सफर के दौरान यात्रियों को महिलाओं के साथ-साथ अब बुजुर्गों के लिए भी सीट छोड़नी ड़ेगी, जिसकी जिम्मेदारी चालक-परिचालक की होगी।
दून-कालसी मार्ग पर 15 बसें चलाई जायेंगी
देहरादून-कालसी मार्ग पर नए सिरे से 15 बसों चलाई जायेंगी। इसके साथ रायपुर, लाडपुर, रिंगरोड, आईएसबीटी, शिमला बाईपास, बल्लीवाला, बल्लूपुर, प्रेमनगर तक सिटी बसों के लिए तय किये गये।