
शिमला। आजाद भारत के पहले मतदाता हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के कल्पा निवासी श्याम सरन नेगी का शनिवार को 106 साल की उम्र में निधन हो गया। दो दिन पहले ही उन्होंने हिमाचल विधान चुनाव के लिए वोट डाला था। वो हर बाल पोलिंग बूथ पर ही मतदान करते जाते थे, लेकिन इस बार बीमारी के चलते बुधवार को उन्होंने अपने घर पर ही मतदान का प्रयोग किया था। अंतिम संस्कार से पहले किन्नौर पुलिस ने हवा में गोलियां चलाकर उन्हें गार्ड आफ आनर दिया। पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।
25 अक्टूबर को डाला था देश के लिए पहला वोट
जुलाई 1917 को कल्पा में जन्मे श्याम सरन नेगी देश के प्रथम मतदाता थे। इन्होंने 1951 में आजाद देश में पहला मतदान किया था। 106 साल के नेगी 34 वार वोट डाल चुके हैं। उन्होंने 16 बार लोकसभा के चुनाव में वोट डाला था। श्याम सरन नेगी को चुनाव आयोग ने 2014 में आम चुनाव के दौरान अपना ब्रांड एंबेसडर भी बनाया था। 12 जून 2010 को मुख्य चुनाव आयुक्त ने उन्हें कल्पा आकर पहले मतदाता होने पर बधाई भी दी थी। उन्होंने अपना आखिरी वोट हिमाचल विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार 2 नवम्बर 2022 को डाला था।
हिमाचल के सीएम ने जताया शोक
हिमाचल के सीएम जयराम ठाकुर ने उनके निधन पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘आजाद भारत के पहले मतदाता और किन्नौर निवासी श्याम सरन नेगी के निधन की खबर सुनकर दुख हुआ। उन्होंने अपना कर्तव्य निभाते हुए 34वीं बार विधानसभा चुनाव के लिए अपना पोस्टल वोट डाला था, यह याद हमेशा भावुक करेगी।’ सीएम ने उनके पोते से फोन पर बात कर पूरे परिवार के प्रति सांत्वना जताई।
रिटायर टीचर थे नेगी
श्याम सरन नेगी स्कूल के रिटायर्ड टीचर थे। जब उन्होंने पहली बार देश के मतदान किया था, तो उस समय उनकी उम्र 33 साल की थी। तब से लेकर अंत तक उन्होंने कभी भी अपना वोट बेकार नहीं जाने दिया।
ताजा और तेज खबरों के लिए देखते रहिये https://sarthakpahal.com/