
देहरादून। उत्तरकाशी से देहरादून तक भूकंप से धरती डोली। उत्तराखंड में रविवार सुबह 8.33 पर भूकंप के झटके महसूस किये गये। भूकंप की तीव्रता 4.7 रिक्टर रही। यह झटके देहरादून से लेकर उत्तरकाशी, टिहरी और मसूरी तक महसूस किये गये।
उत्तराखंड में कई जगह रविवार सुबह 8.33 पर भूकंप के झटके महसूस किये गये। जिला मुख्यालय उत्तरकाशी सहित डुंडा, भटवाड़ी, बड़कोट, नौगांव, टिहरी औरह मसूरी में भी भूकंप के झटके महसूस किये गये। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.7 दर्ज की गयी।
बताया जा रहा है कि उत्तरकाशी के चिन्यालीसौड़ से 35 किलोमीटर दूर टिहरी जिले में जमीन से 5 किलोमीटर नीचे भूकंप का केंद्र था। उत्तरकाशी में बीते दो अक्टूबर को भी भूकंप के झटके लगे थे।
जोर चार और पांच है उत्तराखंड का ज्यादातर इलाका
वाडिया इंस्टीट्यूट आफ हिमालयन जियोलाजी के भूकंप विज्ञानियों का कहना है कि उत्तराखंड भूकंप के लिहाज से बेहद संवेदनशील क्षेत्र है। भूकंप की दृष्टि से उत्तराखंड बेहद संवेदनशील है। राज्य के अति संवेदनशील है यहां जोन, चार- पांच में रुद्रप्रयाग (अधिकांश भाग), बागेश्वर, पिथौरागढ़, चमोली, उत्तरकाशी जिले आते हैं। ऊधमसिंहनगर, नैनीताल, चंपावत, हरिद्वार, पौड़ी व अल्मोड़ा जोन चार में हैं और देहरादून व टिहरी दोनों जोन में आते हैं।
उत्तराखंड में ज्यादातार भूकंप के झटके जोन चार और पांच में है। उत्तराखंड में आ चुके हैं दो बड़े भूकंप उत्तराखंड के उत्तरकाशी और चमोली जिले में दो बड़े भूकंप आ चुके हैं। इससे भूकंप के हलके झटके से ही लोग दहशत में आ जाते हैं। उत्तरकाशी में 20 अक्टूबर 1991 को 6.6 तीव्रता का भूकंप आया था। उस समय हजारों लोग मारे गए थे। साथ ही संपत्ति को भी अत्यधिक क्षति हुई थी। इसके बाद 29 मार्च 1999 में चमोली जिले में उत्तराखंड का दूसरा बड़ा भूकंप आया। भारत के उत्तर प्रदेश (अब उत्तराखंड) राज्य में आया यह भूकंप हिमालय की तलहटियों में 90 वर्षों का सबसे शक्तिशाली भूकंप था। इस भूकंप में 103 लोग मारे गए थे।