देहरादून। देहरादून के ईसी रोड के एक मकान में जबर्दस्ती धर्मांतरण कराए जाने का मामला सामने आया है। सूचना मिलते ही हिंदू संगठनों ने जमकर हंगामा काटा। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने वहां मौजूद पादरी को हिरासत में ले लिया।
50-60 हिंदुओं का कराया जा रहा था धर्म परिवर्तन
पुलिस अधीक्षक सरिता डोभाल के अनुसार ईसी रोड स्थित एक घर में करीब 50-60 हिंदुओं का धर्मांतरण कराया जा रहा था। हिंदू संगठनों को भनक लगते ही जमकर बवाल मच गया। पुलिस को दी गयी तहरीर में शिवाजी एन्क्लेव, वाणी विहार निवासी छत्रपाल सिंह ने बताया कि ईसी रोड स्थित रवि फ्रांसिस के घर में अक्सर ईसाइयों का धार्मिक कार्यक्रम चलता रहता है।
इलाज के नाम पर कराई जा रही थी प्रार्थना
रविवार को रायपुर, ईसी रोड, पौड़ी गढ़वाल व अन्य जगहों पर महिलाओं व पुरुषों को कार्यक्रम में इलाज के लिए बुलाया गया था। कई लोग कार्यक्रम में पहुंचे थे। भोले भाले गरीबों को उनकी परेशानी दूर करने का लालच दिया जा रहा था। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने देखा कि वहां हिंदुओं को भ्रमित किया जा रहा है। इलाज के नाम पर प्रार्थना कराई जा रही थी। हिंदू धर्म को लेकर गलत शब्दों का प्रयोग किया जा रहा था।
घर में देवी-देवताओं की फोटो बाहर फेंकने को बोला गया
वहां मौजूद नागरिकों के सिर के ऊपर पानी से भरा लोटा घुमाया जा रहा था। तहरीर में बताया कि हिंदुओं से कहा जा रहा था कि अपने घरों में रखी देवी-देवताओं की मूर्तियों को बाहर फेंक दो। इससे उनकी भावनाएं आहत हुई। उनसे कहा जा रहा था कि यदि तुम ईसाई बन जाओगे तो तुम्हारे बच्चों को निशुल्क शिक्षा दिलाई जायेगी। इतना ही नहीं जब उन्होंने इसका विरोध किया तो उनकी पिटाई भी की गयी।
पूछताछ के बाद पादरी को छोड़ दिया
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस वहां पर तंत्र-मंत्र कर रहे पादरी अमित फ्रांसिस को अपने साथ ले गयी। पुलिस ने करीब एक घंटे तक पादरी से पूछताछ की। डालनवाला कोतवाली पुलिस पहले मामले को हल्के में ले रही थी, लेकिन उच्चाधिकारियों के आदेश बाद पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। इस तरह के अपराध अब संज्ञेय और गैर जमानती हैं। पिछले 16 नवम्बर को प्रदेश सरकार ने उत्तराखंड धर्म स्वतंत्रता (संशोधन) विधेयक को स्वीकृति दे दी है। https://sarthakpahal.com/