रुद्रपुर। परिजनों ने डाक्टर पर शराब पीकर नशे में आपरेशन करने का आरोप लगाया है, जिस कारण नवजात शिशु की मौत हो गयी। शिशु के शरीर पर ब्लेड के कट के निशान पाए गये हैं। गुस्साए गर्भवती वकील के परिजनों ने जिला अस्पताल में जमकर हंगामा किया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने सभी को शांत कराया।
जिला न्यायालय में वकील है नगमा
गदरपुर निवासी फईम की पत्नी नगमा जिला न्यायालय में वकील है। नगमा के भाई के अनुसार शनिवार सुबह जब नगमा को दर्द हुआ तो परिजन उसे जिला अस्पताल लेकर आए। जिला अस्पताल में शनिवार सुबह नौ बजे भर्ती करते समय डाक्टरों का कहना था कि बच्चा नार्मल होगा, जबकि शाम सात बजे डाक्टरों ने कहा कि नगमा का आपरेशन करना पड़ेगा। इस पर परिजन राजी हो गये और डाक्टरों ने नगमा का आपरेशन कर दिया।
बच्चे के हाथ, आंख और गले में ब्लेड के निशान
आपरेशन के बाद डाक्टर नवजात को लेकर आईसीयू में चले गये। आईसीयू में पांच मिनट बाद डाक्टर ने बताया कि नवजात मृत पैदा हुआ था, जबकि नगमा के परिजनों का कहना है कि बच्चा स्वस्थ पैदा हुआ था। बच्चे के हाथ, आंख और गले में ब्लेड के कट के निशान मिले हैं। परिजनों ने डाक्टर पर नशे में आपरेशन करने का आरोप लगाया। उन्होंने मांग की कि डाक्टर का मेडिकल परीक्षण कराया जाये।
पेट में बच्चा मर गया था। इस कारण गर्भवती का आपरेशन करना पड़ा। आपरेशन के दौरान गर्भवती को काफी ब्लीडिंग हो रही थी और उसे चार यूनिट खून चढ़ाया गया। गर्भवती महिला को एसटीएच हल्द्वानी के लिए रेफर कर दिया गया। डाक्टर ने शराब पीकर आपरेशन नहीं किया है।
डा. सुनीता चुफाल रतूड़ी, सीएमओ, जिला अस्पताल, ऊधमसिंहनगर
जिला अस्पताल में नवजात शिशु की मौत के बाद मामले की जांच करने पहुंचे सीओ पंतनगर तपेश चंद्र ने बताया कि डाक्टर का एल्कोमीटर से परीक्षण किया गया है, लेकिन वह शराब के नशे में नहीं थे। उनका कहना है कि परिजनों की तहरीर मिलने के बाद मामले की कार्रवाई की जायेगी।
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