बागेश्वर। बागेश्वर के रमाड़ी में कल रात दर्दनाक हादसा हो गया। हादसे में असम राइफल्स के सेवानिवृत्त जवान दरवान सिंह के साथ तीन अन्य लोगों का निधन हो गया। उनका परिवार कई साल पहले ह्यूंडुंगरा से बिंदुखत्ता (नैनीताल) में बस गया था। दरवान सिंह गांव में पूजा संपन्न कराके वापस घर लौट रहे थे।
दरवान सिंह एक हफ्ते पहले परिवार के साथ पूजा करने के लिए गांव आए थे। पिथौरागढ़ जिले के होकरा मंदिर में उन्होंने परिवार के साथ सामूहिक पूजा-अर्चना की। दो दिन पहले पूजा का कार्यक्रम संपन्न हुआ था। गुरुवार शाम को दरवान सिंह पूजा संपन्न कर कपकोट लौट रहे थे। उनके साथ ह्यूंडुंगरा गांव की दो और भनार टिक्टा गांव की एक महिला रिश्तेदार और कनौली गांव की एक महिला द्वारिका की एक बच्ची भी सवार थी। हादसे में दरवान सिंह के साथ तीन महिलाओं की भी दर्दनाक मौत हो गयी। मरने वालों में दरवान सिंह पुत्र दान सिंह (60) ग्राम बिंदुखत्ता, लाली देवी पत्नी खुशाल सिंह (55) , गोपुनी देवी पत्नी गोपाल सिंह (62) दोनों चेटानगढ़ और आनुली देवी पत्नी पान सिंह (50) ग्राम भनार हैं। घायलों में ज्योति पुत्री गंगा सिंह (4 साल), पुष्पा देवी पत्नी बलवंत सिंह (32) चेटानगढ़ हैं।
हादसे में घायल पुष्पा देवी गांव में ही टेलरिंग का काम करती है। उनके साथ घायल बच्ची को पुष्पा देवी के भाई गंगा सिंह की बेटी बताया जा रहा है। ये सब लोग रिश्तेदार थे। मृतक लाली देवी के पति खुशाल सिंह ठेकेदारी करते हैं। मृतक गोपुनी देवी देवी के पति गोपाल सिंह पूर्व में वाहन चालक थे। हादसे में ह्यूंडुंगरा गांव के साथ ही भनार टिक्टा गांव में शोक छा गया है।
बताया जा रहा है कि कनौली-रमाड़ी-शामा सड़क की हालत ठीक नहीं है। सड़क कई जगहों पर कच्ची है। सड़क सुधारने के लिए लोग काफी समय से मांग कर रहे हैं, लेकिन सड़क की दशा सुधारने के प्रति जिम्मेदार विभाग गंभीर नहीं है, जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है।
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