जोशीमठ। मुख्यमंत्री आज शनिवार को जोशीमठ ग्राउंड जीरो हालात का जायजा लेने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने यहां प्रभावितों से बातचीत की। कहा कि प्रभावितों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाना उनकी पहली प्रथामिकता है। मुख्यमंत्री ने इससे पहले जोशीमठ के संबंध में अधिकारियों से रिपोर्ट ली।
डेजर जोन के भवनों को तत्काल खाली करने के दिये निर्देश
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जोशीमठ भू-धंसाव के कारण अति संवेदनशील (डेंजर जोन) वाले क्षेत्रों में बने भवनों को तत्काल खाली कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने प्रभावितों को आश्वस्त किया कि सरकार उनके साथ खड़ी है और चरणबद्ध ढंग से संवेदनशील जगहों से सबको शिफ्ट किया जाएगा। जोशीमठ में भवनों, सड़कों और खेतों में आ रही दरारें और कुछ स्थानों पर पानी रिसने की घटना से क्षेत्र के लोग दहशत में है।
शुक्रवार को बुलाई थी उच्चस्तरीय बैठक
शुक्रवार को उन्होंने जोशीमठ में हो रहे भू धंसाव मामले में उच्चस्तरीय बैठक बुलाई। सचिवालय में आयोजित बैठक में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, सचिव शैलेश बगौली, सचिन कुर्वे, दिलीप जावलकर, पुलिस महानिरीक्षक एसडीआरएफ रिद्विम अग्रवाल आदि के साथ ही वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आयुक्त गढ़वाल मण्डल सुशील कुमार, सचिव आपदा प्रबंधन डॉ रंजीत सिन्हा आदि मौजूद रहे। बैठक में धामी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जोशीमठ गए विशेषज्ञ दल के सदस्यों से भी जुड़े।
प्रभावितों को अगले छह महीने तक दिये जाएंगे 4 हजार रुपये प्रति परिवार
एक आदेश में डीएम चमोली के उस अनुरोध को मान लिया गया है जिसमें शिफ्ट होने वाले परिवार को अगले छह माह के लिए प्रति परिवार चार हजार दिये जाएंगे। यह रकम आवास किराया के रूप में दी जाएगी। डीएम ने शासन से यह रकम मुख्यमंत्री राहत कोष से देने की मंजूरी की मांग की थी। इसी तरह चमोली जिला प्रशासन ने सरकार से जोशीमठ पालिका क्षेत्र में एनडीआरएफ की एक इकाई को तैनात करने की मांग की थी। शासन की मंजूरी के बाद उधम सिंह नगर के एनडीआरएफ की एक टीम को जोशीमठ पहुंचने को कहा गया है। https://sarthakpahal.com/